महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन के 20 बेहतरीन विकल्प (2023-24)

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एक बिजनेस को चलाना उतना आसान होता नहीं है जितना की हमें लगता है और वो महिलाएं जो अभी अपना खुदका बिजनेस चला रहे हैं या फिर शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं उनके लिए यह और भी मुश्किल हो सकती है अगर उनके पास बिजनेस के लिए फंड्स ना हो ।

रोजगारों की कमी की वजह से सरकार और बैंक्स भारतीय उद्यमियों को अपना व्यवसाय शुरू करने में विभिन्न जोजनाओं के माध्यम से मदद कर रही है जिससे की देश में रोजगार बढ़ेगा और इसमें महिलाएं बिलकुल भी पीछे नहीं हैं।

तो अगर आप एक महिला हैं जो अपनी बिज़नेस के लिए लोन के विकल्पों की तलाश कर रही हैं तो यह आर्टिकल को पूरा पढ़ने के वाद आपको इंटरनेट में और कोई भी लेख पढ़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी, क्यूंकि यहाँ पर हमने भारत में महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन के उन बेहतरीन विकल्पों के वारे में सम्पूर्ण डिटेल में उल्लेख किया है, जो की कम से कम व्याज दर और ज्यादा फैसिलिटी के साथ सरकारी और प्राइवेट संस्थानों तथा बैंकों के द्वारा उपलब्ध हैं।

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लोन्स की विशेषताएं :

महिलाओं के लिए इन बिज़नेस लोन के विकल्पों के वारे में लिखते वक्त हमने निम्नलिखित विशेषताओं का खास ध्यान रखा है ताकि आपको लोन पाने, उसको अपने बिज़नेस में सही से उपयोग करने और उस त्रृण की भुगतान करने में कोई भी परेशानी ना हो।

  • आसानी से उपलब्ध : यह लोन आपके जानेमाने बैंकों और सरकारी संस्थानों के द्वारा योजनाओं के तहत उपलब्ध हैं तो आपको त्रृण के लिए अप्लाई करने में आसानी होगी।
  • बिज़नेस सेक्टर : आपका बिज़नेस चाहे मेनुफेक्चरिंग, सर्विस या ट्रेडिंग किसी भी सेक्टर के अंतर्गत हो आप के लिए लोन उपलब्ध होंगे।
  • लोन अमाउंट : चाहे आपका बिज़नेस बड़ा हो या छोटा, आपको रु 50,000 से कम या 5 करोड़ से भी ज्यादा का लोन चाहिए हो, हर प्रकार के योजनाओं के वारे में उल्लेख किया गया है।
  • कोलैटरल फ्री : निचे दिए गए ज्यादातर योजनाओं में एक ,कुछ निश्चित अमाउंट तक आवेदकों को कोलैटरल फ्री लोन प्रदान किया जाता है।
  • कम व्याज दर : सारे लोन्स के व्याज दर मार्किट रेट से बहुत कम है हालांकि आपके आपके बिज़नेस के प्रकार और रिस्क के आधार पर यह व्याज दर कम और ज्यादा हो सकते हैं।
  • भुगतान में आसानी : सारे त्रृण की भुगतान के लिए आवश्यक रीपेमेंट टेन्योर के साथ प्रारम्भ में कुछ मोरेटोरियम पीरियड भी दिया जाता है जिस वक्त में लोन भुगतान की आवस्यकता नहीं पड़ती है।
  • सब्सिडी : कुछ योजनाओं में सरकार की तरफ से लाभार्थियों को सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है जिसका लाभ आप उठा सकते हैं।
  • ट्रेनिंग : कई संस्थानों के द्वारा महिलाओं को बिज़नेस लोन के साथ साथ व्यापार में आगे बढ़ने के लिए ट्रेनिंग और कंसल्टेंसी प्रदान की जा रही है जिनका फ़ायदा आपको हो सकता है।

महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन का विकल्प

अब चलिए जानते हैं भारत भारत में अभी के समय में प्रचलित कुछ ऐसी बेहतरीन लोन योजनाएं जो महिलाओं के व्यापारिक क्षेत्र में आने वाले आर्थिक समस्याओं को दूर कर सकते हैं। एक अनुरोध है की इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने की कोसिस करें और इनमें से अपने लिए बिज़नेस लोन के सही विकल्प का चयन करें।

इस आर्टिकल में हम निम्नलिखित लोन योजनाओं के वारे में उल्लेख करने वाले हैं :

  1. सेंट कल्याणी योजना
  2. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
  3. क्रेडिट गारेंटी योजना
  4. महिला उद्यम निधि स्कीम
  5. स्टैंड उप इंडिया स्कीम
  6. यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना
  7. देना शक्ति योजना
  8. स्त्री शक्ति पैकेज
  9. सरलीकृत लघु व्यवसाय लोन
  10. KBL महिला उद्योग योजना
  11. उद्योगिनी योजना
  12. महिला समृद्धि योजना
  13. पीएमईजीपी (PMEGP) योजना
  14. सिंड महिला शक्ति योजना
  15. ओरिएंट महिला विकास योजना
  16. प्रधानमंत्री रोजगार योजना
  17. BMB श्रृंगार त्रृण
  18. BMB अन्नपूर्णा लोन
  19. BMB SME Easy
  20. BMB परवरिश लोन

1. सेंट कल्याणी लोन योजना

सेंट कल्याणी योजना
सेंट कल्याणी योजना

महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए ये Central Bank of India का लोन प्रदान करने का एक योजना है ।

सेंट कल्याणी योजना महिला उद्यमियों को छोटे और मध्यम स्तर के नए व्यवसायों के साथ आने या अपने मौजूदा व्यवसायों को आधुनिक बनाने और आधुनिक व्यापारिक जरूरतों के अनुसार अपने बिज़नेस को सुव्यवस्थित करने के लिए बिज़नेस लोन प्रदान करती है।

इस त्रृण का उपयोग कर्मचारि और मनुफेक्चरिंग का परिमाण बढ़ाकर बिज़नेस को ग्रो करने के लिए किया जा सकता है। यदि आपके पास सेंट्रल बैंक में खाता है तो इस योजना के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की किसी भी शाखा से आवेदन करना आसान है।

सेंट कल्याणी योजना का उद्देश्य :

सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा सेंट कल्याणी योजना को साल 2006 में भारत सरकार के द्वारा जारी किया गया MSME अधिनियम के अनुसार बनाया गया था, जिसका प्रमुख उद्देश्य देश में महिला उद्यमियों को व्यापार के लिए आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह योजना मुख्य रूप से मैनुफैक्टरिंग, सर्विस-उन्मुख, गृह-आधारित और लघु-स्तरीय उद्योगों में कार्यरत महिलाओं के लिए है।

एक महिला उद्यमी के लिए जो बिज़नेस खोलने के लिए तैयार है या पहले से ही अपना खुद का व्यवसाय स्थापित कर चुकी है, यह उसके विशेष उद्योग में अपना पैर जमाने के लिए एक आदर्श योजना है।

लक्षित सेक्टर :

सेंट कल्याणी योजना का लक्षित समूह सूक्ष्म/लघु/मध्यम व्यवसाय चलाने वाली महिलाएं हैं। ये नए या मौजूदा बिज़नेस हो सकते हैं; एमएसएमई अधिनियम 2006 के तहत वर्णित मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं को इससे फायदा हो सकता है। निम्न लिखित सेक्टर की महिलाऐं इस लोन के लिए अप्लाई कर सकती हैं :

मेनुफेक्चरिंग :
  • कपड़ा उद्योग
  • सिलाई सेवा
  • डेकेयर हेल्पर्स
  • सैलून और ब्यूटीपार्लर कार्यकर्ता
  • हथकरघा बुनाई दस्तकारी
  • खाद्य प्रसंस्करण
  • आर्ट एंड क्राफ्ट्स और अन्य
सर्विस :
  • डॉक्टरों
  • वकीलों
  • इंजीनियर्स
  • स्वास्थ्य और सौंदर्य क्लिनिक
  • परिवहन संचालक
  • फैशन डिज़ाइनर्स
  • बच्चों के लिए डेकेयर
  • टाइपिंग, फोटोकॉपी की दुकान
  • STD/ISD PCOs
  • मोबाइल रेस्तरां, लंच मेकर आदि

योजना के बहिष्करण

सेंट कल्याणी योजना महिलाओं के द्वारा MSME के अंतर्गत चलाए जाने वाले बहुत से बिजनेस के अंदर कवर होता है मगर कुछ ऐसे बहिष्कारण भी हैं जो की इस जोजना के लिए पात्र नहीं हैं । जैसे की :

  • खुदरा कारोबार में शामिल व्यक्ति, जैसे कि दुकानदार और किराना स्टोर के मालिक।
  • शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान, चाहे स्व-वित्तपोषित हों या अन्य एजेंसियों द्वारा वित्त पोषित हों।
  • स्वयं सहायता समूह जिन्हें समान उद्देश्य से विभिन्न अन्य सरकारी योजनाओं के तहत सब्सिडी दी जाचुकी है।

प्रदान किए जाने वाले लोन के प्रकार :

इस स्कीम के अंतर्गत व्यापारियों को टर्म लोन आधारित कार्यशील पूंजी सुविधा प्रदान की जाती है : लोन के प्रकार :

  • Overdraft loans
  • Letter of credit
  • Cash credit
  • Non-fund-based working capital
  • Letter of guarantee

लोन का अमाउंट और मार्जिन :

यह योजना अधिकतम 100 लाख, यानी INR 1 करोड़ का ऋण प्रदान करती है। यह कारोबार में 20% के मार्जिन के साथ है इसका मतलब है कि 1 लाख की ऋण राशि के लिए, उधारकर्ता को अपनी जेब से 20,000 रुपये का वित्तपोषण करना होगा।। न्यूनतम राशि 1 लाख है, और 10 लाख तक की ब्याज रियायतें दी जाती हैं।

सेंट कल्याणी योजना की लोन व्याज दरें :

ब्याज दर उधार ली गई मूल राशि पर निर्भर होती है। लोन राशि के अलग-अलग स्लैब में लोन ब्याज राशि में अलग-अलग रियायती दरें होती हैं।

  • 10 लाख तक लोन : MCLR + 0.25%
  • 10 लाख से 1 करोड़ : MCLR + 0.50%
  • अगर किसी बाहरी एजेंसी से लोन का मूल्यांकन किया जाता है : MCLR के ऊपर अत्यधिक 0.25% का चार्ज + 0.25% या 0.50% जो की लोन के अमाउंट के ऊपर निर्भर करता है ।

कलेटरल्स और सिक्योरिटी

उधार ले गई राशि के प्रकार और अमाउंट के आधार पर MSME एक्ट, 2006 के अनुसार कई लाभ और सुविधाएं हैं। इसके कलेटरल्स और सिक्योरिटी कुछ इस प्रकार के हैं :

प्राथमिक कलेटरल्स :

  1. स्टॉक पर शुल्क (Charges on stock)
  2. प्राप्तियों (Receivables)
  3. संयंत्र, मशीनरी और उपकरण (Plant, Machinery, and Equipment)
  4. अप्राप्त संपत्ति जो अर्जित की गई है।

सिक्योरिटी :

  1. सेंट कल्याणी योजना CGTMSE क्रेडिट गारंटी स्कीम के अंतर्गत कवर होता है ।
  2. CGTMSE के लिए प्रथम वर्ष की फीस बैंक को देनी पड़ती है ।

प्रोसेसिंग फीस और इंश्योरेंस :

इस लोन के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं है। इसके अलावा, उद्यमी द्वारा खरीदे गए उपकरण और मशीनरी, या अन्य संयंत्र सामग्री का व्यापक रूप से बीमा किया जाता है जो बैंक क्लॉज द्वारा कवर किया जाता है। कृपया आवेदन को संसाधित करने से पहले दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।

फीचर टेबल :

क्र.सं.सेंट कल्याणी योजनाविवरण
1लोन दातासेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया
2लोन अमाउंट1 लाख से 1 करोड़
3मार्जिन मनी20%
4व्याज दर10 लाख तक लोन : MCLR + 0.25%
10 लाख से 1 करोड़ : MCLR + 0.50%
5रीपेमेंट टेन्योर7 साल
6कोलैटरलस्टॉक पर शुल्क, संयंत्र, मशीनरी आदि
6सिक्योरिटी बैंक फाइनेंस से सृजित एसेट्स का दृष्टिबंधक और CGTMSE का कवरेज
सेंट कल्याणी योजना का फीचर टेबल

आवश्यक डॉक्यूमेंट्स :

सेंट कल्याणी योजना की आवेदन के लिए निम्न लिखित डॉक्यूमेंट्स की अवश्यकता होगी :

  • KYC मानदंड सुनिश्चित करना होगा, शादी के बाद रिकॉर्ड में नाम बदलना होगा ।
  • अनुमानित बैलेंस शीट और अन्य वित्तीय विवरणों के साथ पिछले दो वर्षों की बैलेंस शीट।
  • आईबीए द्वारा अनुमोदित मानक आवेदन पत्र
  • दृष्टिबंधक पत्र (Bond letter)
  • अभिरुचि पत्र (letter of interest)
  • उधारकर्ता द्वारा निरंतरता का पत्र और समझौता पत्र
  • डीपी नोट
  • डिफोल्ट के मामले में उधारकर्ता के नामों का प्रकटीकरण प्राप्त किया जाता है।

कैसे अप्लाई करें ?

लोन को अप्लाई करने के लिए आप ऑनलाइन में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के वेबसाइट से फॉर्म को डाउनलोड करके सारे डॉक्यूमेंट्स के साथ पास के सेंट्रल बैंक के ब्रांच पर जा सकते हैं ।

अधिक जानकारी के लिए कॉल करें Women Entrepreneur cell number – 02266387777


2. प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना (PMMY )

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) को माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा सूक्ष्म तथा लघु उद्यमों को लोन सहायता प्रदान करने के लिए अप्रैल 8, 2015 को लांच किया गया था और इस योजना का लाभ महिला या पुरुष कोई भी उद्यमी उठा कर बिज़नेस लोन ले सकता है।

2015 से आज तक हजारों लघु उद्योमिओं के लिए यह एक बहुत ही अच्छा बिज़नेस लोन का विकल्प रहा है।

मुद्रा लोन जो ऑनलाइन अप्लाई किया जाता है उसे e-MUDRA लोन कहा जाता है। ई-मुद्रा लोन कई कोमर्सिअल और पब्लिक सेक्टर के बैंकों, छोटे वित्त बैंकों, NBFCs और MFIs से प्राप्त किया जा सकता है।

मुद्रा योजना के तहत उद्योमियों को लोन के अमाउंट के अनुसार 3 टाइप्स जैसे की 1.शिशु, 2. किशोर और 3. तरुण के प्रकारों में लोन प्रदान किया जाता है।

मुद्रा योजना का प्रमुख उदेस्य :

  • मुद्रा योजना छोटे उद्यमियों को पैसा उधार देने, उन्हें साहूकारों द्वारा दुरुपयोग से बचाने और देश भर के करोड़ों नए उद्यमियों के छोटे व्यवसायों को विकसित करने में मदद करने का एकमात्र उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया था।
  • यह योजना मुख्य रूप से देश भर में MSME यूनिट्स के लिए आसानी से और सुलभ व्याज दरों में लोन प्रदान करना है।
  • उधार देने के लिए उपलब्ध उच्च निधि की सुविधा के लिए बैंकों और NBFCs को पुनर्वित्त करना।
  • विनिर्माण, व्यापार, सेवाओं, ट्रैक्टर वित्त, कृषि और संबद्ध गतिविधियों, और दोपहिया लोन में शामिल व्यावसायिक संस्थाओं को अग्रिम लोन प्रदान करना।
  • वित्तीय सहायता के अलावा, MUDRA वित्तीय साक्षरता और अन्य सामाजिक सहायता सेवाओं के माध्यम से MSME संगठनों को भी सशक्त बनाता है।
  • मुद्रा योजना ऐसे ऋण प्रदान करती है जहाँ कोलैटरल की आवश्यकता नहीं होती है जो की बहुत ही अच्छी बात है ।
  • इस व्यवस्था के तहत लिए गए ऋण पर ब्याज की कोई निश्चित दर नहीं है। आधार दर के अतिरिक्त 1-7% ब्याज लिया जाता है। इसमें शामिल जोखिम और ग्राहक के प्रोफाइल के आधार पर, यह और भी अधिक या अगर बिज़नेस यूनिक और अच्छा हो तो व्याज दर कम भी हो सकता है।
  • मुद्रा के अंतर्गत तीन ऋण योजनाएं हैं – शिशु लोन रु. 50000, किशोर लोन रु. 5,00,000 और तरुण का लोन रु. 10 लाख है।

लक्षित सेक्टर :

मुद्रा लोन प्राप्त करने के लिए यद्योमि का बिज़नेस निम्न लिखित सेक्टर में से किसी भी क्षेत्र में होना चाहिए :

  • लघु विनिर्माण (Manufacturing) उद्यम (MSME)
  • दुकानदार व्यापारी
  • फल और सब्जी बिक्रेता
  • कारीगरों
  • ‘कृषि से जुड़ी गतिविधियाँ’, जैसे मछली पालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, पशुपालन, पालन, ग्रेडिंग, छंटाई, कृषि उद्योग, डायरी, मछली पालन, कृषि क्लीनिक और कृषि व्यवसाय केंद्र, खाद्य और कृषि-प्रसंस्करण, आदि ( फसल के लिए लोन और सुधार जैसे नहरें, सिंचाई और कुएँ आदि के लिए छोड़ कर )।

महिलाओं के लिए मुद्रा योजना :

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत अभीतक करीब 35 करोड़ लोन राशि प्रदान किया जा चूका है जिनमें से 68% लोन महिलाओं को दिए गए हैं जिनमें से ज्यादातर SC और ST कास्ट के अंदर हैं और ऐसे ही योजनाओं के माध्यम से सरकार महिला शशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है इसलिए महिला उद्योमिओं को अपने बिज़नेस लोन के लिए इस योजना का लाभ जरूर उठाना चाहिए।

लोन के प्रकार :

मुद्रा लोन के अलग अलग केटेगरी :

  • माइक्रो-क्रेडिट योजना: सूक्ष्म-उद्यम, स्वयं सहायक समूह और संयुक्त-देयता समूह सूक्ष्म-वित्त संस्थानों के माध्यम से 1 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं।
  • महिला उद्यम कार्यक्रम: यह कार्यक्रम, जिसे महिला उद्यमी योजना के रूप में भी जाना जाता है, इसके द्वारा महिला व्यवसाय मालिकों को ऋण पर 0.25% तक की ब्याज दर रियायतें प्रदान किया जाता है।
  • बैंकों के लिए पुनर्वित्त योजना: यह योजना वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और अनुसूचित सहकारी बैंकों जैसे उधारकर्ताओं को 10 लाख रुपये तक के लोन पुनर्वित्त की अनुमति देती है।
  • मुद्रा कार्ड ओवरड्राफ्ट: यह कार्ड लाभार्थियों को एटीएम से डेबिट लेनदेन और निकासी करने के साथ-साथ अधिकतम ओवरड्राफ्ट सुविधाओं का लाभ उठाने की सुबिधा प्रदान करता है। यह वर्किंग कैपिटल वित्तपोषण तक पहुँचने के लिए नकद-ऋण के लिए बनाया गया एक सिस्टम है।
  • क्रेडिट गारंटी फंड: यह फंड सूक्ष्म यूनिट्स को सुलभता बढ़ाने और उधार देने में आसानी के लिए बनाया गया था।
  • उपकरण वित्त योजना: यह योजना व्यापारियों को अपनी मशीनरी खरीदने और अद्यतन करने में सक्षम बनाने पर जोर देने के साथ सीमित उपकरण वित्त प्रदान करती है।

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत लोन अमाउंट के हिसाब से लाभार्थिओं को 3 प्रकार के लोन प्रदान किये जाते हैं :

  1. शिशु लोन : मुद्रा योजना के शिशु लोन के अंतर्गत लाभार्थियों को 50,000 तक का त्रृण प्रदान किया जाता है।
  2. किशोर लोन : मुद्रा योजना के किशोर लोन के अंतर्गत लाभार्थियों को 50,000 से ले कर 5,00,000 तक की त्रृण प्रदान की जाती है।
  3. तरुण लोन : मुद्रा योजना की तरुण लोन के अंतर्गत लाभार्थियों को 5,00,000 से ले कर 10,00,000 तक की त्रृण प्रदान की जाती है।

इंटरेस्ट रेट :

  • शिशु लोन के तहत प्रदान किए गए त्रृण के ऊपर 10% से 12% का व्याज दर लगता है।
  • किशोर लोन के तहत प्रदान किए गए त्रृण के ऊपर 14% से 17% का व्याज दर लगता है।
  • तरुण लोन के तहत प्रदान किए गए त्रृण के ऊपर 16% से ज्यादा का व्याज दर लगता है।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

नीचे हमने नया बिजनेस लोन प्राप्त करने के लिए वित्तीय ऋण दस्तावेजों की एक चेकलिस्ट प्रदान की है। सूचीबद्ध दस्तावेज सभी के लिए समान होंगे, चाहे आप किसी भी बैंक के माध्यम से प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के लिए आवेदन कर रहे हों।

  • एक विधिवत भरा हुआ प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आवेदन पत्र
  • व्यवसाय किस्त ऋण का विधिवत भरा हुआ आवेदन पत्र
  • पिछले 2 वर्षों के लिए आयकर विवरणी विवरण (ITR)
  • CA प्रमाणित व्यावसायिक वित्तीय रिपोर्ट
  • व्यापार निरंतरता का प्रमाण
  • कार्यालय/अपार्टमेंट के स्वामित्व का प्रमाण
  • फोटोग्राफ: 2 हाल के पासपोर्ट आकार के फोटो
  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 6 महीने का बैंक खाता विवरण

मुद्रा लोन कैसे अप्लाई करें :

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत ऑनलाइन भी लोन अप्लाई किया जा सकता है पर अगर आप चाहें तो ऑफलाइन भी इसे अप्लाई कर सकते हैं। अप्लाई करने के लिए निम्न लिखित चरणों को फॉलो करें :

  • PMMY अधिकृत अपना पसंद का बैंक चयन करें
  • आपके पास अपने बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट व्यावसायिक वित्तीय रिपोर्ट जरूर होना चाहिए जोकि आप किसी प्रोफ़ेशनल के द्वारा बना सकते हैं।
  • बैंक में कर्मचारी को मुद्रा लोन आवेदन पत्र के लिए पूछें और सही से फॉर्म को भरें।
  • पासपोर्ट साइज फोटो और डॉक्युमेंट्स के साथ फॉर्म को जमा करें।
  • एक बार फॉर्म वेरीफाई होने के बाद लोन का अमाउंट आपके दिए गए बैंक अकाउंट के अंदर आ जाएगा।

मुद्रा योजना के तहत लोन देने वाले बैंक :

मुद्रा योजना के अंतर्गत लोन पाने के लिए आप निम्न लिखित बैंकों में आवेदन कर सकते हैं ।

  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
  • एचडीएफसी बैंक
  • UCO बैंक
  • कोटक महिंद्रा बैंक
  • ओरिएंटल बैंक
  • सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
  • इंडियन ओवरसीज बैंक
  • Axis बैंक
  • कनाडा बैंक
  • फेडरल बैंक
  • देना बैंक
  • कर्नाटक बैंक
  • कॉरपोरेशन बैंक
  • J&K बैंक
  • सिंडिकेट बैंक
  • इलाहबाद बैंक
  • बैंक ऑफ इंडिया
  • कॉरपोरेशन इंडिया
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
  • आंध्र बैंक
  • बैंक ऑफ महाराष्ट्र

इ-मुद्रा (E-MUDRA) क्या है ?

मुद्रा लोन के लिए ऑफलाइन के साथ साथ ऑनलाइन में भी बड़े हि आसानी से अप्लाई किया जा सकता है जिसे इ-मुद्रा कहा जाता है।

सरकार पूरे देश में डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा दे रही है। सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए हैं कि अधिकांश बैंकिंग सुविधाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हों। मुद्रा लोन के लिए एक पारदर्शी आवेदन प्रक्रिया प्रदान करने और उद्यमियों को अपने व्यवसाय के स्थान से इन लोन तक पहुंचने में सक्षम बनाने के लिए, ई-मुद्रा लोन की ब्यबस्था की गई थी।

आवेदक आवश्यक लोन अमाउंट और अपने पसंदीदा ऋणदाता का चयन करके आसानी से मुद्रा लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यहाँ पर आप का एप्लीकेशन फॉर्म एक साथ बहुत सारे लोन दाताओं के द्वारा देखा जाता है जिससे लोन पाने की सम्भावना बढ़ती है।

इ-मुद्रा के लिए कहाँ आवेदन करें :

निम्न लिखित वेबसाइट पर इ-मुद्रा के लिए आवेदन किया जा सकता है :

  1. उद्यमी मित्र पोर्टल
  2. मुद्रा मित्र पोर्टल
  3. बैंकों के ऑफिसियल वेबसाइट में भी इ-मुद्रा लोन के लिए अप्लाई किया जा सकता है जैसे की SBI, ICICI, HDFC आदि।

कैसे करें अप्लाई :

निम्न लिखित चरणों में आप इ-मुद्रा योजना के तहत अप्लाई कर सकते हैं :

  1. पोर्टल पर पंजीकरण – पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए आपको अपना मूल विवरण जैसे नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर, पता, व्यवसाय का पता और आवश्यक लोन अमाउंट एंटर करें।
  2. व्यवसाय से संबंधित एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करना – आवेदक को बिज़नेस यूनिट का एक बीतनीय रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगा। आपको मालिकों का विवरण, व्यवसाय की प्रकृति, अपेक्षित लाभ, खरीदी जाने वाली मशीनरी का अनुमान, मौजूदा क्रेडिट सुविधाएं आदि शामिल करनी होंगी। आप ये किसी प्रोफ़ेशनल के द्वारा भी करवा सकते हैं।
  3. सारे डाक्यूमेंट्स जमा करना: आवेदकों को सभी सहायक डाक्यूमेंट्स की स्व-सत्यापित प्रतियों को जमा करना आवश्यक है। इन दस्तावेजों को आवेदन के साथ अपलोड करना होगा।
  4. पसंदीदा बैंक चुनें: आप अपने आवेदन को संसाधित करने के लिए अपना पसंदीदा बैंक चुन सकते हैं।

इ-मुद्रा कार्ड क्या है :

एक बार जब आपको चयनित बैंक द्वारा मुद्रा योजना के तहत ऋण सुरक्षित करने के योग्य समझा जाता है, तो लोन को प्री-लोडेड मुद्रा कार्ड के रूप में वितरित किया जाता है जो आपके नाम से व्यक्तिगत होता है।

मुद्रा कार्ड
मुद्रा कार्ड

यह एक रुपे डेबिट कार्ड है जो प्रधानमंत्री जन धन योजना बचत खाते से जुड़ा होता है और आपको अपने व्यवसाय के लिए खरीदारी करते समय किसी भी एटीएम से आसानी से नकद निकासी करने की अनुमति देता है।

प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत आज तक प्रदान की गई लोन राशि :

Financial yearLoan sanctioned (in million)Amount sanctioned (in crore)Amount disbursed (in crore)
2021-2253.73,39,1103,31,402
2020-2150.73,21,7593,11,754
2019-2062.23,37,4953,29,715
2018-1959.83,21,7233,11,811
2017-1848.12,53,6772,46,437
प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत आज तक प्रदान की गई लोन राशि

3. स्टार्टअप्स के लिए क्रेडिट गारेंटी योजना (CGSS)

Credit Guarantee Scheme for startups
क्रेडिट गारेंटी योजना

भारत में बढ़ते हुए स्टार्टअप्स को उछाल और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 6 अक्टूबर 2022 में भारत सरकार ने 2000 करोड़ रुपए के योगदान के साथ स्टार्टअप्स के लिए क्रेडिट गारेंटी योजना यानि Credit Guarantee Scheme For Startups (CGSS) को लंच किया है जिस के अंतर्गत स्टार्टअप्स के लिए लिये गए 10 करोड़ तक के बिज़नेस लोन में सरकार के द्वारा बिना किसी कोलैटरल के क्रेडिट गारेंटी दिया जाएगा यानि अगर आपका लोन डिफ़ॉल्ट होता है तो उसका भुगतान सरकार करेगा ।

महिला या पुरुष कोई भी उद्यमी इस योजना के तहत लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं और लघु या सूक्ष्म उद्योग चलाने वाले महिला उद्यमियों के लिए कुछ अधिक फैसिलिटी दिया गया है।

क्रेडिट गारेंटी योजना (CGSS) की विशेषताएं

  • उदेश्य : इस योजना को मुख्य रूप से देश में उभरते हुए स्टार्टअप्स को आर्थिक सहायता और लोगों के लिए ज्यादा रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य के साथ लंच किआ गया है।
  • CGSS नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्ट कंपनी (NCGTC) के ट्रस्टीशिप प्रबंधन की शर्तों के अनुसार काम करेगा।
  • लोन देने वाले बैंक : अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक – सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, निजी क्षेत्र के बैंक, विदेशी बैंक और कुछ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जिन्हें नाबार्ड द्वारा ‘सतत व्यवहार्य’ के रूप में वर्गीकृत किया गया ह।
  • लक्षित सेक्टर : क्रेडिट गारेंटी योजना के अंतर्गत लोन के लिए मनुफेक्चरिंग, सर्विस सेक्टर या रिटेल ट्रेडर्स भी अप्लाई कर सकती हैं।
  • त्रृण राशि : यह योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को बिज़नेस के आवश्यकता के अनुसार अधिकतम 5 करोड़ तक के लोन क्रेडिट गारंटी के अंदर मिलता है।
  • व्याज दर : लोन अमाउंट, बिज़नेस के प्रकार और रिस्क के आधार पर लोन के ऊपर मिनिमम व्याज दर लगेगा।
  • CGSS के तहत गारंटी शुल्क : प्रदान की गई क्रेडिट राशि का 1.0% प्रति वर्ष की समग्र वार्षिक गारंटी शुल्क लिया जाएगा।

महिलाओं के लिए क्रेडिट गारेंटी योजना

सरकार के द्वारा लंच किए गए इस योजना में महिलाओं के लिए विषेस प्रावधान रखा गया है जहां पर उनके द्वारा लिए गए लोन के ऊपर 80 प्रतिसत तक का क्रेडिट गारंटी प्रदान किया जाता है मगर अभी के लिए सिर्फ इंडिविजुअल महिलाएं इस स्कीम के लिए अप्लाई कर सकती हैं, स्वयं सहायता समूहों के द्वारा यह योजना के लिए अप्लाई नहीं किया जा सकता है।

क्रेडिट गारेंटी के प्रकार

निम्नलिखित प्रकार से लाभार्थियों को लोन के ऊपर क्रेडिट गारेंटी प्रदान किया जाएगा

लोन डिटेल्सक्रेडिट गारेंटी
सूक्ष्म उद्योग के लिए लिए गए 5 लाख तक लोन85%
300 लाख तक के लोन के लिए75%
महिलाओं द्वारा लिए गए लोन के लिए80%
रिटेल ट्रेडर्स के द्वारा लिए गए लोन के लिए50%
5 करोड़ से ज्यादा का लोन के लिए65%
क्रेडिट गेरंटी डिटेल्स

4. महिला उद्यम निधि योजना

महिला उद्यम निधि स्कीम महिला उद्यमियों को Small Industrial Development Bank of India (SIDBI) के अंतर्गत प्रदान किया जाता है और इसके तहत मिले गए लोन अमाउंट को MSME के अंदर आने वाली मैन्युफैक्चरिंग, सर्विसेस, ट्रेडिंग और प्रोडक्शन आदि लघु उद्योगों के लिए लिए जा सकता है जो की महिला शशक्तिकरण के लिए सरकार के द्वारा की गई योजनाओं में से एक है।

महिला उद्यम निधि योजना की विशेषताएं

  • इस योजना के तहत म अहिला उद्यमियों को अपना खुदका बिज़नेस करने के लिए 10 लाख तक की त्रृण प्रदान की जाती है।
  • इस योजना के के अंतरगत दी जाने वाली लोन के ऊपर व्याज अलग अलग बैंकों में अलग अलग हो सकता है जो की आपका बिज़नेस और क्रेडिट हिस्ट्री के ऊपर निर्भर करता है।
  • इस लोन को नया बिज़नेस सुरु करने या फिर चलती हुई बिज़नेस को विस्तार या आधुनिकरण करने के लिए यूज़ किया जा सकता है।
  • इस लोन को चुकाने के लिए 10 साल का समय मिलता है जहाँ पर 5 साल का मोरेटोरियम पीरियड होता है मतलव आपको लोन क़िस्त 5 साल के वाद भरना पड़ेगा।
  • प्रोजेक्ट लागत का 25% तक महिला उद्यम निधि योजना के तहत ऋण के रूप में प्राप्त किया जा सकता है, प्रत्येक प्रोजेक्ट के लिए ₹2.5 लाख की सीमा होती है।
  • SIDBI ऋण का अधिकार देता है, लेकिन बैंक ऋण का आवंटन करते हैं।
  • महिलाओं के लिए इस ऋण कार्यक्रम के लिए नियमों के अनुसार बैंकों द्वारा प्रति वर्ष 1% का सेवा शुल्क लिया जाता है। कुछ मामलों में, यह सेवा शुल्क माफ किया जा सकता है, लेकिन यह उधार देने वाले बैंक के ऊपर निर्भर करेगा।
  • महिला उद्यम निधि योजना सबसे अच्छी बात ये है की लोन पाने के लिए महिला उद्यामियों को कोई भी कोलैटेरल नहीं देना पड़ता है।

लक्षित सेक्टर :

महिला उद्यमी अगर चाहें तो निम्नलिखित किसी भी बिजनेस के लिए महिला उद्यम निधि योजना के तहत बिजनेस लोन ले सकते हैं ।

  • टीवी या मोबाइल रिपेयरिंग सेंटर
  • वाशिंग मसीन और एसी जैसी इलेक्ट्रॉनिक चीजों का रिपेयरिंग सेंटर
  • बच्चों के लिए डे-केयर
  • गैरेज
  • फार्मिंग मशीनों के लिए सर्विस सेंटर
  • ढाबा और छोटे रेस्टुरेंट
  • ब्यूटी पार्लर
  • केबल टीवी नेटवर्क
  • फोटो कॉपिंग सेंटर
  • साइबर कैफे
  • टेलरिंग शॉप
  • एजुकेनल सेंटर या ट्रेनिंग सेंटर
  • एसटीडी बूथ
  • ऑटो रिक्शा खरीदने के लिए
  • बिजनेस के लिए टू-व्हीलर खरीदने के लिए
  • रोड ट्रांसपोर्ट बिजनेस
  • लॉन्ड्री क्लीनिंग सर्विस

एलिजिबिलिटी

  • यह लोन सिर्फ उन महिला उद्यमियों के लिए है जो नया बिजनेस शुरू कर रही हैं या पहले से बिजनेस (सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्यम) चला रही हैं।
  • महिला उद्यमियों का ओनरशिप और वित्तीय होल्डिंग कंपनी के कुल मूल्य के 51% से कम नहीं होनी चाहिए।
  • व्यवसाय को मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस या प्रोडक्शन क्षेत्र में संलग्न होना चाहिए।
  • व्यवसाय (सूक्ष्म, लघु या मध्यम) द्वारा किया गया निवेश मिनिमम 5 लाख रुपये होना चाहिए।
  • लोन केवल निम्नलिखित व्यावसायिक गतिविधियों के लिए प्राप्त किया जा सकता है: सर्विस का प्रोडक्शन, मशीनों / उपकरणों का उन्नयन, व्यवसाय विस्तार, व्यवसाय में सुधार, विविधीकरण, या उपरोक्त पात्रता मानदंड के साथ एक नया व्यवसाय शुरू करने के लिए।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 9 महीने का बैंक खाता विवरण
  • बिज़नेस प्रूफ : बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैलेंस शीट और बिज़नेस के वारे में बाकी सारि जानकारी।

अप्लाई कैसे करें ?

  • पहले यह लोन पंजाब नेशनल बैंक के द्वारा दिए जाता था मगर अभी लगभग सभी बैंकों के अंदर महिला उद्यम निधि योजना के तहत लोन है।
  • ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने या लोन अप्लाई के वारे में अधिक जानकारी के लिए पंजाब नेशनल बैंक के ऑफिसियल वेबसाइट में जाएं।

5. स्टैंड उप इंडिया स्कीम (Stand up India scheme)

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स्टैंड अप इंडिया

स्टैंड उप इंडिया स्कीम को भारत सरकार के द्वारा 5 अप्रैल 2016 में SC/ST और महिला उद्यामियों को अपना बिज़नेस के लिए लोन प्रदान करने के लिए निकाला गया था और इस योजना के अंतर्गत SC/ST और महिला उद्यामियों को 10 लाख से ले कर 1 करोड़ तक का लोन प्रोवाइड किया जाता है।

स्टैंड उप इंडिया स्कीम की विशेषताएं

  • इस योजना के तहत लोन सिर्फ SC/ST और महिला उद्यामियों के लिए उपलब्ध है।
  • लोन की प्रकृति – इस योजना के तहत प्रदान किया गया ऋण एक संयुक्त ऋण है जिसमें एक टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल शामिल है।
  • योजना की उपलब्धता – इस योजना के अंतर्गत लोन सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक शाखाओं द्वारा दी जाएगी और इसे SIDBI के स्टैंड अप इंडिया पोर्टल के माध्यम से या अग्रणी जिला प्रबंधक के माध्यम से सीधे बैंक शाखा में दिया जाता है।
  • लोन राशि – इस योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले लोन 10 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच होंगे। संयुक्त ऋण राशि परियोजना लागत का 75% कवर करेगी। इसमें कार्यशील पूंजी राशि और सावधि लोन शामिल हैं। हालाँकि, यह शर्त है कि लोन परियोजना की लागत का 75% कवर करेगा ।
  • अगर किसी अन्य योजना के तहत 25% से ज्यादा आर्थिक सहायता मिला है तो इस योजना के तहत लोन नहीं मिलेगा।
  • लोन का उद्देश्य – यह ऋण किसी भी महिला, अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) उद्यमी को प्रदान किया जाएगा जो पहली बार सेवा, व्यापार या विनिर्माण क्षेत्र के तहत उद्यम शुरू कर रहे हैं।
  • ब्याज दर – स्टैंड अप इंडिया योजना की ब्याज दर बैंक द्वारा विशेष श्रेणी के लिए दी जाने वाली न्यूनतम ब्याज दर होगी। हालांकि ब्याज की दर टेनर प्रीमियम + 3% + MCLR से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • लोन के लिए सिक्योरिटी – प्राथमिक सुरक्षा के अलावा, ऋण आवेदक को बैंक द्वारा आवश्यक के रूप में कोलैटरल सिक्योरिटी या CGFSIL (स्टैंड अप इंडिया ऋण के लिए क्रेडिट गारंटी फंड योजना) गारंटी प्रदान करने की आवश्यकता हो सकती है।
  • ऋण चुकौती – इस योजना के तहत लिए गए ऋणों की अधिकतम चुकौती अवधि 7 वर्ष है, जिसमें 18 महीने की मोहलत अवधि है।
  • कार्यशील पूंजी (Working capital) – 10 लाख रुपए तक की कार्यशील पूंजी निकालने के उद्देश्य से ओवरड्राफ्ट के रूप में धनराशि स्वीकृत की जाएगी। आसान निकासी की अतिरिक्त सुविधा के लिए उधारकर्ता को एक रुपे (Ru Pay) डेबिट कार्ड भी जारी किया जा सकता है। यदि आवश्यक कार्यशील पूंजी 10 लाख रुपये से ऊपर है, वही नकद ऋण सीमा के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।
  • मार्जिन मनी (Margin Money) – जबकि यह योजना इस धारणा के तहत काम करती है कि परियोजना के लिए मार्जिन मनी का 25% अन्य राज्य / केंद्र सरकार की योजनाओं द्वारा प्रदान किया जाएगा जो सब्सिडी प्रदान करते हैं, ऋण आवेदक को अपने स्वयं के धन से कम से कम 10% लागत बहन करने की उम्मीद है।

लक्षित सेक्टर :

निम्न लिखित सेक्टर के अंतर्गत किसी भी बिज़नेस में SC/ST और महिला उद्यामियों को इस योजना के तहत लोन मिल सकता है।

  1. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर
  2. रिटेल ट्रेडिंग सेक्टर
  3. सर्विस सेक्टर

एलिजिबिलिटी

स्टैंड अप इंडिया ऋण योजना के तहत लोन के लिए एक व्यक्ति को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों का पालन करना होगा:

  • व्यक्ति की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • उद्यमी या तो महिला होना चाहिए या SC या ST समुदाय से संबंधित होना चाहिए।
  • इस योजना के तहत ऋण केवल ग्रीन फील्ड परियोजनाओं को निधि देने के लिए प्रदान किया जाएगा, जिसका अर्थ है कि आवेदक द्वारा व्यापार, सेवाओं या विनिर्माण क्षेत्र के तहत पहला उद्यम शुरू किया गया हो।
  • यदि ऋण एक गैर-व्यक्तिगत उद्यम के लिए लिया जा रहा है, तो यह अनिवार्य है कि कम से कम 51% हिस्सेदारी एक महिला, अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) उद्यमी के पास हो।
  • आवेदक पहले से किसी भी प्रकार के लोन का डिफॉल्टेर नहीं होना चाहिए।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और कास्ट सर्टिफिकेट ।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 9 महीने का बैंक खाता विवरण
  • बिज़नेस प्रूफ : बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैलेंस शीट और बिज़नेस के वारे में बाकी सारि जानकारी।

अप्लाई कैसे करें ?

स्टैंड उप इंडिया योजना के अंतर्गत लोन भारत के किसीभी कमर्शियल बैंक ब्रांच से अप्लाई किया जा सकता है। वैसे इस लोन को अप्लाई करने के लिए निम्न लिखित 3 प्रकार की सुबिधा की गई है :

  1. सीधे किसी भी कमर्शियल बैंक ब्रांच से अप्लाई
  2. SIDBI के स्टैंड उप इंडिया पोर्टल में से ऑनलाइन अप्लाई : वेबसाइट – https://www.standupmitra.in/
  3. लीड जिला प्रबंधक के माध्यम से अप्लाई

6. यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना

यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना
यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना

यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना के अंतरगत महिला लघु उद्यमियों को 25,000 से ले कर 10 लाख तक की लोन आसानी से मिल सकता है। यह लोन एक पुब्लिक त्रृण दाता यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से दिया जाता है जिनके पुरे भारत में 1400 से भी ज्यादा ब्रांच है और यह बैंक 19 जुलाई 1969 देश में नॅशनलाइज होने वाली 14 बैंकों में से एक है।

यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना की विशेषताएं

  • यह लोन सिर्फ यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया की तरफ से प्रदान किया जायेगा।
  • इस लोन के लिए सर्विस, ट्रेडिंग या लघु मैन्युफैक्चरिंग उद्योग के महिला उद्यमी आवेदन कर सकती हैं।
  • लोन राशि : इस योजना के अंतर्गत 25000 से ले कर 10 लाख तक का लोन मिलेगा।
  • व्याज दर : 25000 से 5 लाख तक की लोन में 10% का और 5 लाख से 10 लाख तक की लोन में 15% का व्याज दर देना पड़ेगा।
  • कहाँ यूज़ हो सकता है : यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना के तहत मिलने वाले लोन को वर्किंग कैपिटल या फिर मशीनरी, फर्नीचर और इक्विपमेंट खरीदने के लिए यूज़ किया जा सकता है।
  • ऋण चुकौती : मोरेटोरियम पीरियड को छोड़ कर लोन की चुकती के लिए 3 से 5 साल का वक्त मिलता है और नकद ऋण के लिए, ऋण की अवधि 12 महीने है और यह प्रत्येक वर्ष नवीनीकरण और समीक्षा के अधीन निरंतर प्रकृति की होनी चाहिए ।
  • लोन के लिए सिक्योरिटी : इस लोन के लिए कोई भी कोलैटरल सिक्योरिटी नहीं लिया जाएगा और यह लोन CGTMSE के अंतर्गत क्रेडिट गारंटी कवरेज के तहत प्रदान किया जाएगा।
  • बैंक फीस : यूनाइटेड बैंक के तरफ से एनुअल सर्विस फी (Annual service fee) और एक बार गारेंटी फी (One time guarantee fee) लिया जाएगा।

फीचर टेबल :

क्र.सं. यूनाइटेड महिला उद्यमी योजनाविवरण
1लोन दातायूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया
2त्रृण राशिरु 25000 से ले कर रु 10 लाख
3व्याज दर 25000 से 5 लाख तक की लोन में 10%
5 लाख से 10 लाख तक की लोन में 15%
4कोलैटरलनहीं लगेगा
5रीपेमेंट टेन्योर3 से 5 साल
6बैंक फीसलगेगा
यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना का फीचर टेबल

लक्षित सेक्टर

मैन्युफैक्चरिंग, प्रोडक्शन, सर्विस और MSME के अंदर आने वाली लघु उद्योगों के तहत महिला उद्यमी इस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

Note : मैनुफैक्टरिंग के लिए मशीनरी और संयंत्र में निवेश 25 लाख रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए और सर्विस से संबंधित गतिविधियों के लिए उपकरणों में निवेश 10 लाख रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए।

एलिजिबिलिटी :

  • महिला उद्यामियों का उम्र 18 साल से ज्यादा होना चाहिए
  • बिज़नेस का कम से कम 51% हिस्सा महिला उद्यमी के नाम पे होना जरुरी है
  • R-SETI या किसी अन्य अनुमोदित प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षित उद्यमी
  • शिल्पकार जिन्होंने मिलकर स्वयं सहायता समूह बनाया है वो भी यह लोन ले सकते हैं
  • विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) के पास पंजीकृत कारीगर भी यह लोन ले सकते हैं
  • आवेदक पहले से किसी भी प्रकार के लोन के डिफॉल्टेर नहीं होने चाहिए

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 9 महीने का बैंक खाता विवरण
  • बिज़नेस प्रूफ : बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैलेंस शीट और बिज़नेस के वारे में बाकी सारि जानकारी।

अप्लाई कैसे करें ?

भारत में यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया के 1400 से भी ज्यादा ब्रांच हैं और आप सारे दस्ताबेजों के साथ जाके किसी भी ब्रांच में यूनाइटेड महिला उद्यमी योजना के अंतर्गत लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

ज्यादा जानकारी के लिए यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया के हेल्प लाइन नंबर – 1800-345-0345 पर कॉल करें।


7. देना शक्ति लोन योजना | Dena Shakti Scheme (Dena Bank)

देना शक्ति योजना
देना शक्ति योजना

देना (DENA) एक पब्लिक सेक्टर बैंक है जो की भारतीय महिलाओं को बिनेस्स के क्षेत्रों में आत्मनिर्भर और कामियाब बनाने के लिए देना शक्ति योजना के अंतर्गत महिला उद्यामियों को 20 लाख तक की लोन प्रदान की जाती है तो अगर आप चाहे तो इस बिज़नेस लोन स्कीम का भी फ़ायदा उठा सकते हैं।

देना शक्ति योजना की विशेषताएं

आइए निम्नलिखित टेबल के माध्यम दे देना शक्ति योजना के सारे डिटेल्स तथा विषेशताओं के वारे में जानते हैं




क्र.सं.
देना शक्ति योजनाविवरण
1लोन के प्रकारवर्किंग कैपिटल और टर्म लोन का एक संयोजन
2कृषि के लिए त्रृण राशि20 लाख रुपये तक लोन
3मैन्युफैक्चरिंग, खुदरा व्यापारी या लघु उद्यमों के लिए त्रृण राशि (प्रत्यक्ष्य और अप्रत्यक्ष्य वित्त)20 लाख रुपये तक लोन
4रिटेल ट्रेडर और माइक्रो क्रेडिट के लिएमाइक्रो क्रेडिट स्कीम के तहत 50,000 तक का लोन
5व्याज दरमहिला उद्यामियों के लिए बेस इंटरेस्ट से 0.25% कम
6फ्लेक्सिबल लोन रीपेमेंट टेन्योर10 सालों तक भी हो सकता है
7बैंक प्रोसेसिंग फीलोन अमाउंट का 0.50%
देना शक्ति योजना के सारे डिटेल्स

एलिजिबिलिटी

  • महिला उद्यामियों का उम्र 18 साल से ज्यादा होना चाहिए
  • बिज़नेस का कम से कम 51% हिस्सा महिला उद्यमी के नाम पे होना जरुरी है
  • त्रृण आवेदक पहले से किसी लोन का डिफॉल्टेर नहीं होना चाहिए

लक्षित सेक्टर :

निम्न लिखित सेक्टर के अंतर्गत किसी भी बिज़नेस में महिला उद्यामियों को इस योजना के तहत लोन मिल सकता है।

  1. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर
  2. रिटेल ट्रेडिंग सेक्टर
  3. सर्विस सेक्टर

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 9 महीने का बैंक खाता विवरण
  • बिज़नेस प्रूफ : बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैलेंस शीट और बिज़नेस के वारे में बाकी सारि जानकारी।
  • एक पासपोर्ट साइज फोटो

अप्लाई कैसे करें

  • इस लोन के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक को निकटतम देना बैंक शाखा से संपर्क करें ।
  • फिर आवेदक को बैंक कार्यालय से शक्ति योजना त्रृण आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और उस फॉर्म को सही से भरें।
  • अपनी पासपोर्ट साइज फोटो और सारे डॉक्युमेंट्स के साथ फॉर्म को सबमिट करें
  • सारे दस्तावेज वेरीफाई हो जाने के वाद आप के अकाउंट में लोन अमाउंट के पैसे आ जाएंगे।
  • ज्यादा जानकारी के लिए देना बैंक का कस्टमर केयर नंबर – 1800-225-740 पे कॉल करें।

8. स्त्री शक्ति पैकेज (SBI)

स्त्री शक्ति पैकेज
स्त्री शक्ति पैकेज

अगर कोई भी महिला उद्यमी अपने बिज़नेस के लिए स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया से लोन लेना चाहते हैं तो स्त्री शक्ति पैकेज उनके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। SBI के द्वारा चलाए जाने वाले इस योजना के अंतर्गत महिला उद्यमियों को अपने बिज़नेस के लिए 50,000 से ले कर 25 लाख तक का लोन प्रदान किया जाता है।

स्त्री शक्ति पैकेज की विशेषताएं

आइए निम्न लिखित टेबल के माध्यम से SBI के स्त्री शक्ति योजना के सारे डिटेल्स और विषेशताओं के वारे में हैं :




क्र.सं.
स्त्री शक्ति पैकेजविवरण
1खुदरा व्यापारियों के लिए तृण राशिरु. 50,000 से रु. 2 लाख
2व्यवसायिक उद्यमों के लिए तृण राशिरु. 50,000 से रु. 2 लाख
3प्रोफेशनल के लिए तृण राशिरु. 50,000 से रु. 25 लाख
4लघु उद्योग के लिए तृण राशिरु. 50,000 से रु. 25 लाख
5व्याज दरआवेदन के समय प्रचलित व्याज दर और व्यवसाय का प्रॉजेक्ट रिपोर्ट के ऊपर निर्भर करता है ।
6महिलाओं का बिजनेस में अधिकार50% से ज्यादा
7कोलेटरल सिक्योरिटी10 लाख तक लोन में अवश्यकता नहीं
8ऋण राशि के मामले में 0.5% की दर रियायत2 लाख से ऊपर का लोन लेने पर
SBI के स्त्री शक्ति योजना के सारे डिटेल्स

एलिजिबिलिटी

  • खुदरा, विनिर्माण, सेवा गतिविधियों में शामिल महिलाएं ऋण के लिए पात्र हैं। स्व-व्यवसायी महिलाएं जैसे आर्किटेक्ट, चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए), डॉक्टर आदि भी ऋण के लिए पात्र हैं।
  • महिला उद्यामियों का उम्र 18 साल से ज्यादा होना चाहिए
  • बिज़नेस का कम से कम 51% हिस्सा महिला उद्यमी के नाम पे होना जरुरी है
  • त्रृण आवेदक पहले से किसी लोन का डिफॉल्टेर नहीं होना चाहिए

लक्षित सेक्टर :

निम्न लिखित सेक्टर के अंतर्गत किसी भी बिज़नेस में महिला उद्यामियों को इस योजना के तहत लोन मिल सकता है।

  1. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर
  2. रिटेल ट्रेडिंग सेक्टर
  3. सर्विस सेक्टर

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

परिचय का प्रमाण :
  • वोटर कार्ड
  • पान कार्ड
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • पासपोर्ट साइज फोटो
एड्रेस का प्रमाण :
  • टेलीफोन बिल
  • प्रॉपर्टी टैक्स रसीद
  • इलेक्ट्रिसिटी बिल
  • कंपनी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
इनकम का प्रमाण :
  • पिछले 3 सालों का इनकम टैक्स रिटर्न (ITR )
  • इनकम सर्टिफिकेट
  • पिछले 3 सालों का बैलेंस शीट
बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट

लोन पाने के लिए बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट अच्छे से बनाना बहुत ही जरुरी होता है जिसके अंतर्गत वॉकिंग कैपिटल के मामले में मिनिमम 2 वर्षों के लिए अनुमानित वित्तीय के साथ बिज़नेस प्लान, बिज़नेस की प्रोफ़ाइल प्रमोटर का नाम, डिरेक्टर का नाम, पार्टनर्स का नाम और कंपनी की लोकेशन आदि सरे डिटेल्स अंतर्भुक्त होंगे। अगर आप चाहें तो बिज़नेस का प्रोजेक्ट किसी प्रोफेशनल के हाथो भी बनवा सकते हैं।

कैसे करें अप्लाई

  1. स्त्री शक्ति पैकेज के अंतर्गत लोन अप्लाई करने के लिए सारे दस्तावेजों के साथ अपनी पास के स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के ब्रांच में संपर्क करें।
  2. स्त्री पैकेज के फॉर्म को लें और सही से भरें।
  3. फॉर्म के साथ अपनी पासपोर्ट साइज फोटो और सारे दस्तावेजों को सबमिट करें।
  4. आपके सारे डाक्यूमेंट्स वेरीफाई हो जाने के वाद कुछ ही दिन के अंदर आप के अकाउंट में लोन के पैसे आ जाएंगे।

अधिक जानकारी के लिए निचे दिए गए SBI के हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करें :

  • टोल फ्री नंबर: 1800 1234
  • टोल फ्री नंबर: 1800 2100
  • टोल फ्री नंबर: 1800 11 2211
  • टोल फ्री नंबर: 1800 425 3800
  • टोल नंबर: 080-26599990

9. सरलीकृत लघु व्यवसाय त्रृण | Simplified small business loan (SBI)

Simplified small business loan
Simplified small business loan

सरलीकृत लघु व्यवसाय लोन यनि simplified small business loan स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा सूक्ष्म और लघु उद्यमियों को बिज़नेस लोन प्रदान करने के उद्देश्य से निकाला गया है जो की SBI के SME (Small and Medium Enterprise) केटेगरी के अंतर्गत आता है। जो महिलाऐं अपनी चलित बिज़नेस के लिए मेसनरी या अन्य आधुनिकरण सामान खरीदना चाहते हैं उनके लिए यह एक आदर्श योजना है।

सरलीकृत लघु व्यवसाय लोन की विशेषताऐं

  • उद्देश्य : इस ऋण का मुख्य उद्देश्य व्यवसायों को कर्रेंट और फिक्स्ड एसेट्स के आवश्यकताओं को पूरा करने के लोन प्रदान करना है।
  • लोन दाता : यह लोन सिर्फ स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया प्रदान करता है।
  • केटेगरी : यह लोन SBI के SME (Small and Medium Enterprise) केटेगरी के अंतर्गत आता है।
  • लोन अमाउंट : इस योजना के अंतर्गत मिनिमम 10 लाख से ले कर 25 लाख तक का लोन मिलता है।
  • कोलैटरल : इस लोन के अंतरगत मिनिमम 40% तक का मोर्टगेज कोलैटरल लिए जाता है
  • रीपेमेंट टेन्योर : इस योजना के तहत लोन का रीपेमेंट टेन्योर 5 साल तक का होता है
  • फैसिलिटी : यह एक ड्राप-लाइन ओवर ड्राफ्ट फैसिलिटी है
  • व्याज दर : चलित MCLR के आधार पर इस लोन के ऊपर इंटरेस्ट लगता है।

फीचर टेबल :

क्र.सं.सरलीकृत लघु व्यवसाय त्रृणविवरण
1लोन अमाउंटअक्कोउट के पछले 12 महीनों की बैलेंस का 10 गुना लोन दिया जाता है (10 लाख से 25 लाख तक)
2व्याज दरचलित MCLR के आधार पर लोन का व्याज दर तय होता है
3केटेगरी SBI के SME (Small and Medium Enterprise) केटेगरी
4कोलैटरल 40% तक का मोर्टगेज कोलैटरल (मेसनरी, घर आदि)
5रीपेमेंट टेन्योर1 से 5 साल तक
6बैंक फीस7,500 रुपये
सरलीकृत लघु व्यवसाय लोन का फीचर टेबल

एलिजिबिलिटी

  • यह लोन मुख्य रूप से स्व-व्यवसायी व्यक्तियों, सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में शामिल व्यवसायों, या खुदरा और लघु व्यापारों के लिए प्रदान किआ जाता है।
  • व्यवसाय कम से कम 5 वर्षों से अस्तित्व में होना चाहिए और तब से एक ही स्थान पर होना चाहिए।
  • उधारकर्ता व्यवसाय स्थान का मालिक होना चाहिए या उसके पास मालिक के साथ एक वैध पट्टा समझौता होना चाहिए।
  • चालू खाते में न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस पिछले 12 महीनों में कम से कम 1 लाख रुपये होना चाहिए।
  • आवेदक पहले से किसी भी लोन का डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 9 महीने का बैंक खाता विवरण
  • बिज़नेस प्रूफ : बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैलेंस शीट और बिज़नेस के वारे में बाकी सारि जानकारी।

अप्लाई कैसे करें

  • इस लोन के लिए स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिआ के किसी भी ब्रांच में जाके अप्लाई किआ जा सकता है।
  • सरलीकृत लघु व्यवसाय लोन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पोर्टल

अधिक जानकारी के लिए निचे दिए गए SBI के हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करें :

  • टोल फ्री नंबर: 1800 1234
  • टोल फ्री नंबर: 1800 2100
  • टोल फ्री नंबर: 1800 11 2211
  • टोल फ्री नंबर: 1800 425 3800
  • टोल नंबर: 080-26599990

10. KBL महिला उद्योग योजना (Karnatak Bank)

Kbl महिला उद्योग योजना
KBL महिला उद्योग योजना

महिला उद्योग योजना के अंतर्गत कर्णाटक बैंक महिला उद्यमियों को बिज़नेस में ग्रो करने के लिए के लिए लोन प्रदान करता है और इस योजना के तहत महिला यद्यमियों को अधिकतम 2 लाख तक का वर्किंग कैपिटल लोन और 10 लाख तक का टर्म लोन मिल सकता है।

महिला उद्योग योजना की विशेषताएं

  • उद्देश्य : इस योजना प्रमुख उदेस्य भारत के महिलाओं को अपने बिज़नेस को ग्रो करने के लिए आवश्यक त्रृण राशि को कम से कम व्याज पर प्रदान करना है।
  • लोन दाता : KBL महिला उद्योग योजना के अंतर्गत लोन सिर्फ कर्णाटक बैंक प्रदान करता है।
  • लोन अमाउंट : इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को अधिकतम 2 लाख तक का वर्किंग कैपिटल लोन और 10 लाख तक का टर्म लोन मिल सकता है।
  • व्याज दर : इस लोन के ऊपर फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट लगता है इसलिए ये समय के अनुसार बदलता रहता है अभी 2022 में इसका व्याज दर 11% है।
  • रीपेमेंट टेन्योर : महिला उद्योग तहत दिए जाने वाले टर्म लोन को चुकाने के लिए अधिकतम 10 साल का और वर्किंग कैपिटल लोन को चुकाने के लिए अधिकतम 1 साल का समय दिया जाता है।
  • सिक्योरिटी : बैंक फाइनेंस से सृजित एसेट्स का दृष्टिबंधक होता है और जहां भी अनुमति हो CGTMSE का कवरेज किया जाता है।
  • उधारकर्त्ता का योगदान (मार्जिन) : बैंक इस लोन के लिए मार्जिन के रूप में 15% से 30% तक शुल्क लेता है।

फीचर टेबल :

क्र.सं.महिला उद्योग योजनाविवरण
1लोन देने वाला बैंककर्णाटक बैंक
2वर्किंग कैपिटल लोन अमाउंटअधिकतम 2 लाख
3टर्म लोन अमाउंटअधिकतम 10 लाख
4व्याज दर2022 में 11%
5रीपेमेंट टेन्योरटर्म लोन – अधिकतम 10 साल
वर्किंग कैपिटल लोन – 1 साल
6सिक्योरिटी बैंक फाइनेंस से सृजित एसेट्स का दृष्टिबंधक और CGTMSE का कवरेज
7मार्जिन मनी15% से 30%
KBL महिला उद्योग लोन का फीचर टेबल

एलिजिबिलिटी

  • इस योजना के तहत महिला उद्यमी जिन्हे अपने बिज़नेस को ग्रो करने के लिए या मेसनरी आदि खरीदने के लिए पूंजी की आवस्यकता है वो अप्लाई कर सकते हैं।
  • त्रृण आवेदक पहले से किसी भी प्रकार के लोन का डिफल्टर नहीं होना चाहिए।
  • महिला उद्यमी का बिज़नेस में 50% से ज्यादा की हिस्सेदारी होना जरुरी है।
  • स्वयंग सहायक समूह के माध्यम से भी महिला यद्योग जोजना के तहत लोन के लिए अप्लाई किया जा सकता है।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • आवेदक और सह-आवेदक के द्वारा दस्तखत किया गया त्रृण आवेदन पत्र।
  • 2 पासपोर्ट साइज फोटो
  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 9 महीने का बैंक खाता विवरण
  • बिज़नेस प्रूफ : बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैलेंस शीट और बिज़नेस के वारे में बाकी सारि जानकारी।
  • सिक्योरिटी : मार्जिन मनी, पिछला और वर्तमान बिक्री विलेख, संयंत्र और मशीनरी सूची, संयंत्र और मशीनरी वर्तमान मूल्यांकन रिपोर्ट और प्रॉपर्टी के फोटो
  • पार्टनरशिप बिज़नेस के लिए : पार्टनरशिप डीड और पार्टनरशिप रजिस्ट्रेशन सार्टिफिकेट।

कैसे करें अप्लाई :

  • कर्णाटक बैंक के किसी भी ब्रांच में महिला उद्योग तहत लोन के लिए अप्लाई किया जा सकता है।
  • एप्लीकेशन फॉर्म को सही से भरें और सारे दस्तावेज और पससपोर्ट साइज फोटो के साथ बैंक में जमा करें जोकि वेरीफाई हो जाने के वाद आप का लोन मंजूर हो जाएगा।
  • इस लोन के लिए ऑनलाइन भी अप्लाई किया जा सकता है। वेबसाइट URL – https://karnatakabank.com/business/loans/loan-for-women-entrepreneur

ज्यादा जानकारी के लिए निम्न लिखित कर्णाटक बैंक के हेल्प लाइन निम्बर पर कॉल करें :

  • 1800 425 1444 (टोल फ्री)
  • ‌1800 572 8031 ​​(टोल फ्री)

11. उद्योगिनी त्रृण योजना | Udyogini Scheme

उद्योगिनी योजना
उद्योगिनी योजना

उद्योगिनी एक महिला कल्याण समूह है जिसे 1992 में बनाया गया था जिसका प्रमुख उद्देश्य देश के महिलाओं को आर्थिक रूप से ससक्त बनाना है जिसकी बजह से आज तक 50000 से भी ज्यादा महिला उद्यमिओं को आर्थिक सहायता मिल चूका है।

उद्योगिनी योजना को सरकार और उद्योगिनी महिला संस्थान के द्वारा निकाला गया था जिसका प्रमुख उद्देश्य है देश में महिला उद्यमिओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना।

उद्योगिनी योजना की विशेषताएं

  • उद्देश्य : यह योजना को सूक्ष्म और लघु स्तर के महिला उद्यमियों को आवश्यक आर्थिक सहायता कम से कम व्याज और सब्सिडी के साथ प्रदान करने के लिए बनाया गया था।
  • यह योजना के तहत SC और ST कास्ट के महिलाओं को कम व्याज पर लोन मिलता है।
  • आवश्यक स्थिति में एलिजिबल महिलाओं को सूक्ष्म उद्योग के लिए बिना व्याज दर के भी लोन मिल सकता है।
  • MSME के क्रेडिट गारंटी फण्ड के अंतर्गत लघु उद्योगों के लिए 25 लाख से 1 करोड़ तक का वर्किंग कैपिटल लोन और टर्म लोन प्रदान किया जाता है।
  • इस योजना के तहत महिलाओं की डेवलोपमेन्ट के लिए ट्रेनिंग भी प्रदान किया जाता है।
  • लोन दाता : वर्तमान में, विभिन्न सरकारी और निजी बैंक हैं, जो उद्योगिनी ऋण प्रदान करते हैं जैसे की पंजाब एंड सिंध बैंक और सारस्वत बैंक हैं। इसके अलावा उद्योगिनी योजना के तहत सभी वाणिज्यिक बैंकों, सभी सहकारी बैंकों और सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRB) से भी उद्योगिनी ऋण लिया जा सकता है।
  • लोन अमाउंट : यह योजना के अंतर्गत कोई महिला को 1 लाख से अधिकतम 3 लाख तक का बिज़नेस लोन मिल सकता है। MSME के क्रेडिट गारंटी फण्ड के अंतर्गत लघु उद्योगों के लिए 25 लाख से 1 करोड़ तक का लोन मिला सकता है।
  • व्याज दर : बिज़नेस के प्रकार और और रिस्क के आधार पर व्याज दर 3% से ले कर 12% तक के लग सकते हैं।
  • सब्सिडी : इस योजना के अंतर्गत लोन के ऊपर 20% से ले कर SC और ST जनजाति महिलाओं के लिए 30% तक का सब्सिडी मिल सकता है।
  • मार्जिन मनी : सूक्ष्म उद्यम के लिए यहां कोई मनी की अवस्य्क्ता यहीं है मगर लघु उद्योगों के क्षेत्र में 20% से 25% तक का मार्जिन मनी लगता है।
  • रीपेमेंट टेन्योर : लोन को चुकाने के लिए 6 से 7 साल तक का समय दिए जाता है।
  • कोलैटरल सिक्योरिटी : लोन को प्राप्त करने के लिए दृष्टि बंधक, गारेंटर और 25% से 30% तक का कोलैटरल सिक्योरिटी लिया जा सकता है। MSME के क्रेडिट गारंटी फण्ड के अंतर्गत लघु उद्योगों के लिए गए 25 लाख तक के लोन के लिए कोई सिक्युरिटी नहीं लगता है।
  • प्रोसेसिंग फीस : अलग अलग बैंकों के अलग अलग प्रोसेसिंग फीस लागु हो सकते हैं।

फीचर टेबल :

क्र.सं.उद्योगिनी योजनाविवरण
1लोन देने वाले बैंकविभिन्न सरकारी और निजी बैंक,वाणिज्यिक बैंक, और सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
2लोन अमाउंट सूक्ष्म उद्योग -1 लाख से अधिकतम 3 लाख,
MSME के क्रेडिट गारंटी फण्ड के अंतर्गत लघु उद्योग – 25 लाख से 1 करोड़
3सब्सिडी 20% से ले कर SC और ST जनजाति महिलाओं के लिए 30%
4व्याज दर 3% से ले कर 12%
5रीपेमेंट टेन्योर6 से 7 साल
6सिक्योरिटीदृष्टि बंधक, गारेंटर और 25% से 30% तक का कोलैटरल सिक्योरिटी,
MSME के क्रेडिट गारंटी फण्ड के अंतर्गत 25 लाख तक लोन के लिए नहीं लगता है।
7मार्जिन मनीसूक्ष्म उद्यम – नहीं लगता है
लघु उद्योग – 20% से 25%
उद्योगिनी योजना लोन का फीचर टेबल

एलिजिबिलिटी

  • सिर्फ महिला उद्यमी जो सूक्ष्म या लघु उद्योग चला रहे हैं वो इस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
  • आवेदक का उम्र 18 साल से ज्यादा होना चाहिए।
  • महिला उद्यमी का बिज़नेस में 50% से ज्यादा का मालिकाना होना चाहिए।
  • महिला आवेदक की परिवार का सालाना आय 2 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
  • आवेदक पहले से कोई भी लोन का डिफॉल्टेर नहीं होना चाहिए

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • 2 पासपोर्ट साइज फोटो
  • BPL कार्ड का फोटो कॉपी
  • स्थानीय विधायक या सांसद के लेटर पैड पर लिखा हुआ पत्र।
  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • आय का प्रमाण: पिछले 9 महीने का बैंक खाता विवरण
  • बिज़नेस प्रूफ : बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और बैलेंस शीट और बिज़नेस के वारे में बाकी सारि जानकारी।

कैसे करें अप्लाई :

  1. पहले बैंक से एक उद्योगिनी योजना का फॉर्म लें अगर चाहें तो बैंक के वेबसाइट से ऑनलाइन भी डाउनलोड कर सकते हैं।
  2. फॉर्म को सही से पढ़ें और भरें।
  3. पासपोर्ट साइज फोटो और बाकि डाक्यूमेंट्स के साथ फॉर्म को डिपाजिट करें।
  4. सारे दस्तावेज बैंक के द्वारा वेरीफाई हो जाने के वाद आपका लोन अमाउंट बैंक खाता में आ जाएगा।

12. महिला समृद्धि योजना | Mahila Samridhi Yojna (MSY)

महिला समृद्धि योजना
महिला समृद्धि योजना

महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और उनकी व्यावसायिक स्थिति को शुदृढ करने के उद्देश्य से, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (भारत सरकार) के तहत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम (NSFDC) ने एक वित्त पोषण योजना लागू करी जिसका नाम है महिला समृद्धि योजना (MSY)

इस योजना के तहत समाज के पिछड़े वर्गों से आने वाली महिला उद्द्यमिओं को अपने सूक्ष्म व्यापार के लिए बहुत ही काम व्याज पर 15 लाख तक का लोन मिलता है।

महिला समृद्धि योजना की विशेषताएं

  • उद्देश्य : यह योजना का प्रमुख उद्देश्य समाज के पिछड़े वर्गों से आने वाले महिलाों को अपने सूक्ष्म बिज़नेस के लिए कम इंटरेस्ट में लोन प्रोवाइड करना है।
  • इस लोन के लिए सीधे लाभार्थी या स्वयं सहायक समूहों के द्वारा भी अप्लाई किया जा सकता है।
  • लोन अमाउंट : महिला समृद्धि योजना के अंतर्गत स्वयं सहायक समूहों को अधिकतम 15 लाख तक और सीधे लाभार्थियों को 1,25,000 तक का लोन मिल सकता है।
  • लोन दाता : यह लोन NBCFDC से कुछ लेंडर पार्टनर्स के द्वारा लाभार्थियों को प्रदान किआ जाएगा।
  • लेंडर पार्टनर्स : NBCFDC के द्वारा स्वीकृत लेंडर पार्टनर्स हैं : राज्य चैनलाइजिंग एजेंसियां ​​(SCA), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), राष्ट्रीयकृत बैंक
  • याद रखें : आवेदन करने पर ऋणदाता द्वारा वितरित किया जा सकने वाला अधिकतम लोन राशि परियोजना में लागत पूंजी के अधिकतम 95% तक सीमित है और आवेदकों के परिवार का सालाना आय 1.5 लाख से कम होना चाहिए।
  • व्याज दर : NBCFDC से लेंडर पार्टनर को 1% में और लेंडर पारनेर से लाभार्थियों को 4% व्याज पर त्रृण राशि मिलता है।
  • सब्सिडी : परियोजना लागत का 50% और रु- 10,000 जो भी कम हो
  • मोरेटोरियम पीरियड : तेह लोन के लिए 4 महीने का मोर्रोरियम पीरियड दिया जायेगा जिस वक्त आपको क़िस्त नहीं भरने पड़ेगा मगर इन्हीं 4 महीनों के अंदर आपको लोन का पूरा अमाउंट को व्यापार में काम में लगाना पड़ेगा।
  • रेपमेंट टेन्योर : महिला समृद्धि योजना के तहत दिए जाने वाले लोन राशि के भुगतान के लिए अधिकतम 4 साल का समय दिया जायेगा।

फीचर टेबल :

क्र.सं.महिला समृद्धि योजनाविवरण
1लोन दाताराज्य चैनलाइजिंग एजेंसियां ​​(SCA), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), राष्ट्रीयकृत बैंक
2लोन अमाउंटलाभार्थी – अधिकतम 1,25,000-/
स्वयं सहायक समूह – अधिकतम 15,00,000-/
3सब्सिडीलागत का 50%
4व्याज दरNBCFDC से लेंडर पार्टनर – 1%
लेंडर पारनेर से लाभार्थि – 4%
5मोरेटोरियम पीरियड4 महीना
6रीपेमेंट टेन्योर4 साल
महिला समृद्धि योजना का फीचर टेबल

एलिजिबिलिटी

  • सिर्फ पिछड़े वर्ग के महिला उद्यमी जो सूक्ष्म उद्योग चला रहे हैं वो इस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
  • आवेदक का उम्र 18 साल से ज्यादा होना चाहिए।
  • महिला उद्यमी का बिज़नेस में 50% से ज्यादा का मालिकाना होना चाहिए।
  • महिला आवेदक की परिवार का सालाना आय 3 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
  • आवेदक पहले से कोई भी लोन का डिफॉल्टेर नहीं होना चाहिए
  • यह लोन स्वयं सहायक समूहों के द्वारा भी अप्लाई किया जा सकता है।
  • स्वयं सहायक समूह में ज्यादा से ज्यादा 20 ही मेंबर होने चाहिए।
  • स्वयं सहायक समूह 60% महिलाएं पछड़े वर्ग से होने चाहिए।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स :

  1. पहचान प्रमाण – आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस
  2. अड्रेस का प्रमाण – रेसिडेंस सर्टिफिकेट
  3. स्वयं सहायक समूह की मेम्बरशिप id
  4. कास्ट सर्टिफिकेट
  5. इनकम सर्टिफिकेट
  6. बैंक अकाउंट डिटेल्स
  7. हालही के पासपोर्ट साइज फोटो

महिला समृद्धि योजना के सम्पर्क विवरण :

महिला समृद्धि योजना के वारे में अगर आपको कोई भी डाउट है तो आप निम्न लिखित संपर्क माध्यमों से सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं

  • टोल फ्री नंबर – 18001023399
  • अन्य टोल फ्री नंबर – +91 1145854400
  • इ-मेल – [email protected]
  • वेबसाइट – nbcfdc.gov.in

13. पीएमईजीपी योजना | PMEGP scheme

पीएमईजीपी (PMEGP) योजना
पीएमईजीपी (PMEGP) योजना

भारत सरकार के द्वारा अगस्त 2008 में गांव और रूरल एरिया में लघु उद्योगों को प्रोत्साहन करने और एम्प्लॉयमेंट को बढ़ाने के लिए Prime Minister’s Employment Generation Programme (PMEGP) को लंच किया गया था ।

यह योजना गांव में रहने वाले महिला और पुरुषों यध्यामियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है जिसके अंतर्गत 50 लाख तक का लोन 35% सब्सिडी के साथ मिल सकता है । तो आइए पीएमईजीपी योजना के बारे में सबकुछु बारीकी से जानते हैं ।

पीएमईजीपी योजना की विशेषताएं :

  • यह योजना राष्ट्रीय स्तर पर नोडल एजेंसी के रूप में कार्यरत खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा प्रोवाइड किया जाता है।
  • राज्य स्तर पर, यह योजना राज्य KVIC निर्देशालाओं, राज्य खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड्स (KVIB), जिला उद्योग केंद्रों (DIC) और बैंकों के माध्यम से प्रदान की जाती है।
  • ऐसे मामलों में KVIC लाभार्थियों/उद्यमियों को सीधे उनके बैंक खातों में अंतिम संवितरण के लिए नामित बैंकों के माध्यम से सरकारी सब्सिडी को प्रदान करता है।
  • इस योजना के तहत लोन के लिए रूरल और अर्बन एरिया के नए लघु मैन्युफैक्चरिंग बिज़नेस, सर्विस सेक्टर और ट्रेडिंग सेक्टर बिज़नेस ही अप्लाई कर सकते हैं।
  • पीएमईजीपी योजना के आवेदन किए गए जेनरल कास्ट के उद्यमी अपने बिज़नेस के लिए 10% का और माइनर यानि SC और ST कास्ट के उद्यमी अपने बिज़नेस के लिए 5% का पूंजी खुद लगाएंगे।
  • लोन : पीएमईजीपी योजना के तहत 50 लाख तक की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर उद्योग और 20 लाख तक सर्विस सेक्टर के लिए प्रदान किया जाता है।
  • सब्सिडी : इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को एरिया और कास्ट के आधार पर 15% से ले कर 35% का सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • व्याज दर : इस योजना के तहत दिया जाने वाले लोन का व्याज दर 10 % से 12 % तक होगा जोकि बैंकों और बिज़नेस प्रोजेक्ट के रिस्क के आधार पर काम ज्यादा हो सकता है।
  • कोलैटरल सिक्योरिटी : RBI के गाइडलाइन के अनुसार पीएमईजीपी योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले 10 लाख तक के लोन के लिए कोई भी कोलैटरल सिक्योरिटी नहीं लगेगा।
  • लोन दाता : 27 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), सहकारी बैंक और निजी संबंधित राज्य टास्क फोर्स द्वारा अनुमोदित अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों से लाभार्थियों को इस योजना के तहत लोन मिल सकता है।

फीचर टेबल :

क्र.सं.पीएमईजीपी योजनाविवरण
1उद्देश्यरूरल और अर्बन एरिया में लघु उद्योग का बढ़ावा और एम्प्लॉयमेंट
2लाभार्थीव्यक्तिगत उद्यमी, संस्थाएं, सहकारी समितियां, स्वयं सहायता समूह, ट्रस्ट
3लोनमेनुफेक्चरिंग सेक्टर – अधिकतम 50 लाख
सर्विस सेक्टर – अधिकतम 20 लाख
4व्याज दर10% से 12%
5सब्सिडीजेनेरल केटेगरी – 15% (Urban area), 25% (Rural Area)
विशेष (एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक/महिला, भूतपूर्व सैनिक, शारीरिक रूप से विकलांग, एनईआर, पहाड़ी और सीमावर्ती क्षेत्रों आदि सहित) – 25% (Urban area), 35% (Rural Area)
6सरकारी सब्सिडी का लॉक इन पीरियड3 साल
7खुदका पूंजी निवेशजेनेरल केटेगरी – 10%
विशेष केटेगरी – 5%
8लोन दाता27 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (RRB), सहकारी बैंक और निजी संबंधित राज्य टास्क फोर्स द्वारा अनुमोदित अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक्स
पीएमईजीपी योजना का फीचर टेबल

एलिजिबिलिटी

पीएमईजीपी योजना के लिए कोई भी आवेदक को इस योजना के तहत लोन प्राप्त करने के लिए निम्न लिखित टर्म्स का पूरा होना चाहिए

  • आवेदक का उम्र 18 साल से ज्यादा होना चाहिए
  • कम से कम 8वि कक्षा पास होना चाहिए
  • मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर प्रोजेक्ट का कॉस्ट कम से कम 10 लाख और सर्विस सेक्टर प्रोजेक्ट का कॉस्ट कम से कम 5 लाख होना चाहिए।
  • व्यक्तिगत उद्यमी, संस्थाएं, सहकारी समितियां, स्वयं सहायता समूह या ट्रस्ट इसके लिए आवेदन के सकते हैं
  • अगर प्रोजेक्ट के लिए पहले से ही किसी सरकारी योजना के तहत लोन मिल चूका है तो पीएमईजीपी योजना के तहत आवेदन नहीं किया जा सकता है।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स :

  1. पहचान प्रमाण – आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस
  2. अड्रेस का प्रमाण – रेसिडेंस सर्टिफिकेट
  3. स्वयं सहायक समूह की मेम्बरशिप id
  4. कास्ट सर्टिफिकेट
  5. इनकम सर्टिफिकेट
  6. बैंक अकाउंट डिटेल्स
  7. हालही के पासपोर्ट साइज फोटो

कैसे करें अप्लाई

KVIC के राज्य/मंडल निर्देशक KVIB और संबंधित राज्यों के उद्योग निर्देशक (DIC के लिए) के परामर्श से स्थानीय स्तर PMEGP के अंतर्गत प्रोजेक्ट के वारे में प्रिंट के माध्यम से विज्ञापन देंगे और एप्लीकेशन के द्वारा प्रपोजल दिए जाएगा ।

लाभार्थी अपना आवेदन www.kviconline.gov.in पर भी ऑनलाइन जमा कर सकते हैं और आवेदन का प्रिंटआउट ले सकते हैं और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट और अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ संबंधित कार्यालयों में जमा कर सकते हैं।

पीएमईजीपी योजना (PMEGP Scheme) के वारे में अधिक जानकारी के लिए हेल्प लाइन नंबर – 022-26711017 पर कॉल करें।


14. सिंड महिला शक्ति लोन योजना | Synd Mahila Shakti Scheme (Syndicate Bank)

सिंड महिला शक्ति योजना
सिंड महिला शक्ति योजना

सिंड महिला शक्ति जोजना सिंडिकेट बैंक (Syndicate Bank) के द्वारा भारतीय महिलाओं को बिज़नेस के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद करने के उद्देश्य से निकाला गया था जिसके अंतर्गत महिलाओं को नया बिज़नेस खोलने या चलित बिज़नेस को अपग्रेड करने के लिए 5 करोड़ तक का लोन प्रदान किया जाता है जिसके अंदर वर्किंग कैपिटल लोन टर्म लोन आदि शामिल हैं।

सिंडिकेट बैंक अभी कनारा बैंक के साथ जुड़ चुका है तो इस सिंड महिला लोन स्कीम के लिए आप कानारा बैंक के ब्रांच में अप्लाई कर सकते हैं।

सिंड महिला शक्ति योजना की विशेषताएं

  • उद्देश्य : इस प्रमुख उद्देश्य भारत में महिला उद्यमियों के सशक्तिकरण के लिए ज्यादा से ज्यादा बेनीफिक्ट पर बिज़नेस लोन प्रदान करना है।
  • लोन दाता : सिंड महिला शक्ति योजना के तहत लोन सिर्फ सिंडिकेट बैंक के द्वारा प्रदान किया जायेगा।
  • लोन अमाउंट : इस योजना के तहत अधिकतम 5 करोड़ तक का लोन मिलेगा
  • 10 लाख तक का लोन : 10 लाख तक के लोन के ऊपर बैंक के द्वारा बेस इंटरेस्ट रेट (जो की अभी 10% से 12% के बिच है) लागू किया जायेगा और इस लोन के बदले कोई भी कोलैटरल नहीं रखना पड़ेगा।
  • 10 लाख से ऊपर का लोन : इस योजना के तहत 10 लाख से ज्यादा का लोन लेने पर महिलाओं को रेगुलर लगने वाले व्याज दरों से 0.25% का डिस्काउंट दिया जाएगा जिसके लिए कोलैटरल सिक्योरिटी लिया जाएगा मगर इस लोन को आवेदन करने के लिए बैंक के तरफ से कोई भी प्रोसेसिंग फी नहीं लगेगा।
  • सभी सूक्ष्म उद्यमों को ऋण खाता बंद होने के समय त्वरित भुगतान के लिए ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कमी प्राप्त होगी। नतीजतन, रियायत के बाद ब्याज की अंतिम दर कभी भी आधार दर से कम नहीं होगी।
  • यह लोन लाभार्थियों को एक मोबाइल बैंकिंग, SMS बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग या एक क्रेडिट कार्ड के माध्यम से प्रदान किया जाता है।
  • इसके लाभार्थि महिलाओं को SIRD और RUDSETI के द्वारा फ्री डेव्लोपेमेंटल तालीम भी प्रदान किया जाता है।

फीचर टेबल :

क्र.सं.सिंड महिला शक्ति योजनाविवरण
1लोन दाता सिंडिकेट बैंक (Syndicate Bank)
2लाभार्थीसूक्ष्म और लघु उद्योग चलाने वाली महिलाएं
3लोन अमाउंटअधिकतम 5 करोड़
4लोन के प्रकारवर्किंग कैपिटल लोन और टर्म लोन
5व्याज दर10 लाख तक लोन – बेस इंटरेस्ट रेट जो की अभी 10% से 12% के बिच है
10 लाख से ज्यादा – रेगुलर लगने व्याज दर से 0.25% कम
6कोलैटरल10 लाख तक लोन – नहीं लगेगा
10 लाख से ज्यादा – लगेगा
7रीपेमेंट टेन्योर7 से 10 साल
8प्रोसेसिंग फी10 लाख से ज्यादा के लोना में नहीं लगेगा
सिंड महिला शक्ति योजना का फीचर टेबल

एलिजिबिलिटी

सिंड महिला योजना के अंतर्गत किसी भी महिला को लोन प्राप्त करने के लिए निम्न लिखित मानदंड़ों को पूरा करना पड़ेगा

  • महिला आवेदक को बिज़नेस या टेक्निकल क्षेत्र में ग्रेजुएट या डिप्लोमा किआ होना चाहिए।
  • आवेदक का पहले से बिज़नेस के क्षेत्र में कुछ अनुभब होना जरुरी है।
  • Co-operative society के अंतर्गत इस लोन को अप्लाई किया जा सकता है।
  • इस योजना के तहत बिज़नेस लोन के लिए इंडिविजुअल महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं।
  • अगर बिज़नेस पार्टनरशिप में है तो उस बिज़नेस में आवेदक महिला की मालिकाना 50% से ज्यादा होना चाहिए।
  • आवेदक पहले से किसी भी प्रकार के लोन का डिफॉल्टेर नहीं होना चाहिए।
  • सार्वजनिक और निजी लिमिटेड कंपनियां भी सिंड महिला शक्ति लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं जिनमें एक महिला प्रबंध निदेशक/निदेशक के रूप में प्रमुख पद पर है।

आवश्यक डॉक्युमेंट्स

  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • बिज़नेस का अड्रेस, मैन्युफैक्चरिंग और रजिस्ट्रेशन के सारे दस्तावेज
  • MSME रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
  • पिछले 6 महीने का बैंक खाता स्टेटमेंट
  • टैक्स रिटर्न फाइलिंग के कॉपी
  • स्वनियोजित के लिए पिछले 2 सालों के ITR सर्विस टैक्स रजिस्ट्रेशन के सर्टिफिकेट आवश्यक होंगे

संपर्क विवरण

सिंडिकेट बैंक अभी कनारा बैंक के साथ जुड़ चुका है तो इस सिंड महिला लोन स्कीम के लिए आप कानारा बैंक के ब्रांच में अप्लाई कर सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए निम्न लिखित बैंक के टोल फ्री नंबरों पर कॉल कर सकते हैं :

  • 1800 425 0018
  • 1800 103 0018
  • 1800 208 3333

15. ओरिएंट महिला विकास योजना (Oriental Bank Of Commerce)

ओरिएंट महिला विकास योजना
ओरिएंट महिला विकास योजना

केंद्र सरकार के द्वारा जारी किया गया MSME स्कीम के अंतर्गत महिलाओं को ओरिएण्टल बैंक के द्वारा ओरिएंट महिला विकास योजना के तहत बिज़नेस लोन मिलता है जिसका लाभ महिला उद्यमी उठा सकते और इस योजना के तहत 10 लाख से 25 लाख तक मिलने वाले लोन पर कोई भी कोलैटरल नहीं देना पड़ता है।

ओरिएंट महिला विकास योजना की विशेषताएं

  • लोन दाता : ओरिएंट महिला विकास योजना के तहत लोन सिर्फ ओरिएण्टल बैंक (Oriental Bank Of Commerce) के द्वारा प्रदान किया जायेगा
  • लोन अमाउंट : इस योजना के अंतर्गत महिला उद्यमी 10 से 25 लाख तक बिज़नेस लोन ले सकते हैं
  • व्याज दर : आवेदक महिला उद्यमियों को रेगुलर व्याज दर में से 2% का रियायत मिलेगा और व्याज दर में 25% तक की छूट भी उपलब्ध की जाएगी।
  • कोलैटरल : लाभार्थियों के द्वारा लिए गया 10 लाख से 25 लाख तक के लोन में कोई भी कोलैटरल सिक्योरिटी नहीं लगेगा।
  • रीपेमेंट टेन्योर : लाभार्थियों के द्वारा लिए गए लोन की भुगतान के लिए 7 साल तक का समय दिए जाएगा।

फीचर टेबल :

क्र.सं.ओरिएंट महिला विकास योजनाविवरण
1उद्देश्यदेश में महिला उद्यमियों को व्यापर करने के लिए बिज़नेस लोन के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान करना
2लाभार्थीव्यक्तिगत लघु महिला उद्यमी, स्वयं सहायता समूह
3लोन दाताओरिएण्टल बैंक (Oriental Bank Of Commerce)
4लोन राशि10 लाख से 25 लाख
5व्याज दररेगुलर इंटरेस्ट रेट से 2% का रियायत और व्याज दर में 25% तक की छूट
6कोलैटरल सिक्योरिटीनहीं लगेगा
7त्रृण भुगतान का समय7 साल
ओरिएंट महिला विकास योजना का फीचर टेबल

एलिजिबिलिटी

पिछले योजनाओं के तरह ही इस योजना के तहत लोन प्राप्त करने के लिए निम्न लिखित मानदंडों को पूरा करना पड़ेगा जैसे की :

  • सूक्ष्म और लघु उद्योग चलाने वाले महिला उद्यमी इस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
  • आवेदक का उम्र 18 साल से ज्यादा होना चाहिए
  • महिला उद्यमी आवेदक की बिज़नेस में 50 प्रतिसत से ज्यादा का मालिकाना होना चाहिए
  • आवेदक के ऊपर कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं चल रही होनी चाहिए
  • आवेदक पहले से किसी भी प्रकार के लोन का डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए

आवश्यक दस्तावेज

यह लोन को अप्लाई करने के लिए डाक्यूमेंट्स के तौर पर अपना पहचान प्रमाण जैसे की आधार और पैन कार्ड, अड्रेस प्रमाण जैसे की रेसिडेंस सर्टिफिकेट, आय प्रमाण और अपने बिज़नेस से जुड़े हुए सारे दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी।

सम्पर्क विवरण

अगर ओरिएंट महिला विकास योजना के तहत लोन के वारे में आप अधिक जानकारी जानना चाहते हैं तो आप निचे दिए गए ओरिएण्टल बैंक (Oriental Bank Of Commerce) के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं।

  • 1800-102-1235
  • 1800-180-1235

16. प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY)

प्रधानमंत्री रोजगार योजना
प्रधानमंत्री रोजगार योजना

देश में बेरोजगार युवा और महिलाओं को खुदका बिज़नेस सुरु करने में आर्थिक मदद करने के लिए साल 1993 में भारत सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY) को लंच किया गया था और सालों से यह योजना लाखों उद्यमियों को मनुफेक्चरिंग, सर्विस और ट्रेडिंग सेक्टर में स्क्षूम उद्योग स्थापित करने में मदद करती आ रही है तो एक महिला के तौर पर छोटे व्यापार आरम्भ निमित्त बिज़नेस लोन के लिए यह एक बेहतरीन योजना है।

प्रधानमंत्री रोजगार योजना की विशेषताएं

  • भारत सरकार के द्वारा यह लोन योजना 1993 में जारी किया गया था
  • इस योजना के तहत छोटे स्तर में मेनुफेक्चरिंग सेक्टर बिज़नेस के लिए 2 लाख और सर्विस और इंडस्ट्री सेक्टर के लिए 5 लाख तक का बिज़नेस लोन प्रोवाइड किया जाता है।
  • लोन की भुगतान आरम्भ होने से पहले लाभार्थियों को 3 से 7 साल तक का मोरेटोरियम पीरियड दिया जाता है।
  • इस योजना के तहत लिए गए 1 लाख तक के लोन के लिए कोई भी कोलैटरल सिक्योरिटी नहीं देना पड़ता है।
  • एक प्रोजेक्ट की कुल लागत का 15% सब्सिडी की तौर पर दिया जाता है जो की अधिकतम रु 12,500 है और और पूर्व क्षेत्र तथा हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल, जम्मू और कश्मीर आदि में इसका अमाउंट रु 15,000 तक बढ़ाया जाता है ।

कौन अप्लाई कर सकते हैं

  • प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY) के अंतर्गत बिज़नेस लोन के लिए 18 से 40 साल के बेरोजगार युवा और महिलाएं अप्लाई कर सकते हैं।
  • आवेदक का कम से कम 8वि कक्षा पास होना जरुरी है।
  • अपने दिए गए एड्रेस पर मिनिमम पिछले 3 सालों से रहते हुए आना चाहिए।
  • आवेदक के परिवार का कुल सालाना आय कम से कम रु 40,000 होना चाहिए मगर एक लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
  • पहले से किसीभी प्रकार के लोन का डिफॉलटर नहीं होना चाहिए।

आवश्यक दस्तावेज

  • पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • एड्रेस प्रूफ: आधार कार्ड, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल, वोटर आईडी कार्ड।
  • कास्ट प्रूफ : कास्ट सर्टिफिकेट
  • पासपोर्ट साइज फोटो

संपर्क विवरण

इस योजना के लिए पास के सरकारी बैंक में ऑफलाइन या फिर ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए सरकार के ऑफिसियल वेबसाइट dcmsme.gov.in में विजिट करें।


भारतीय महिला बैंक के द्वारा महिलाओं के लिए 4 प्रकार के बिज़नेस लोन

भारतीय महिला बैंक लोन योजना
भारतीय महिला बैंक लोन योजना

भारतीय महिला बैंक के पुरे देश में 100 से ज्यादा ब्रांच हैं जहाँ पर महिला उद्यमी अपने बिज़नेस के लिए लोन अप्लाई कर सकते हैं और यह बैंक महिला उद्यमियों को अपने ब्यापार में बढ़ोतरी करने के लिए या नया बिज़नेस सुरु करने के लिए लोन प्रदान करती है जो की महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन का एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

1 अप्रैल 2017 में भारतीय महिला बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) के साथ जुड़ चुका है तो यह बैंक अभी SBI का एक सब्सिडेरी बैंक है और इस बैंक से जुडी जानकारी आप SBI के ब्रांच से भी पा सकते हैं।

यह बैंक महिलाओं को अलग अलग सेक्टर के बिज़नेस के लिए अलग अलग योजनाओं के माध्यम से लोन प्रोवाइड करती है और यहां पर हम महिलाओं को प्रदान किया जाने वाले बिज़नेस लोन के 4 विकल्पों के वारे में उल्लेख करेंगे

  • BMB श्रृंगार त्रृण
  • BMB अन्नपूर्णा लोन
  • BMB SME Easy
  • BMB परवरिश लोन

17. BMB श्रृंगार त्रृण

  • उद्देश्य : भारतीय महिला बैंक के द्वारा श्रृंगार योजना के अंतर्गत उन महिलाओं को लोन मिलता है जो की ब्यूटी पारलर, सलून या स्पा बिज़नेस खोलना चाहते हैं।
  • 20 से 60 साल तक उम्र की महिलाएं इस लोन के लिए अप्लाई कर सकती हैं
  • त्रृण राशि : CGTSM स्कीम के अंतर्गत 1 करोड़ तक का कोलैटरल फ्री बिज़नेस लोन प्रदान किया जाता है।
  • व्याज दर : बिज़नेस और रिस्क के आधार पर लिए गए लोन के ऊपर 10% से 13% तक का व्याज दर लगता है।
  • रीपेमेंट टेन्योर : लाभार्थियों को लिए गए लोन की भुगतान के लिए 7 साल तक का समय दिया जाता है।

18. BMB अन्नपूर्णा लोन

  • उद्देश्य : BMB के तरफ से अन्नपूर्णा योजना के तहत महिलाओं को कुकिंग, बेकरी, रेस्टुरेंट या होलेट खोलने के लिए या इस सेक्टर में चलित बिज़नेस के लिए नए उपकरण खरीदने के लिए लोन प्रदान किया जाता है।
  • 18 से 60 साल तक उम्र की महिलाएं इस लोन के लिए अप्लाई कर सकती हैं
  • त्रृण राशि : इस यजना के तहत आवेदकों को 50,000 तक के लोन मिलता है जिसके लिए कोई भी कोलैटरल सिक्युरिटी नहीं लगता है।
  • व्याज दर : अन्नपूर्णा योजना के अंतर्गत लिए गए लोन के ऊपर 12.25% का व्याज दर लगता है।
  • रीपेमेंट टेन्योर : त्रृण की भुगतान के लिए अधिकतम 3 साल का समय दिया जाता है।

19. BMB SME Easy

  • उद्देश्य : BMB SME Easy स्कीम के अंतर्गत बैंक के द्वारा उन महिलाओं को लोन प्रदान किया जाता है जोकि सूक्ष्म और लघु क्षेत्र के उद्योग के अंतर्गत अपना बिज़नेस चला रहे हैं या फिर सुरु करना चाहते हैं।
  • लोन अमाउंट : इस योजना के अंतर्गत आवेदकों को अधिकतम 20 करोड़ तक का त्रृण प्रदान किया जाता है।
  • व्याज दर : बिज़नेस के प्रकार और जुड़े हुए रिस्क के आधार पर लोन के ऊपर व्याज दर 10% से 14% तक हो सकते हैं।
  • कोलैटरल सिक्युरिटी : BMB SME Easy स्कीम के तहत लिए गए 1 करोड़ तक के लोन के लिए कोई भी कोलैटरल सिक्युरिटी की आवश्यकता नहीं होती है।
  • रीपेमेंट टेन्योर : यह लोन की भुगतान के लिए लाभार्थियों को अधिकतम 7 साल तक का समय दिया जाता है।

20. BMB परवरिश लोन

  • उद्देश्य : अगर कोई भी महिला देश में कहीं भी बच्चों लिए डे-केयर केंद्र खोलना चाहते हैं तो उनके लिए भारतीय महिला बैंक के द्वारा परवरिश योजना के तहत लोन प्रदान किया जाता है।
  • उम्र : BMB परवरिश योजना के तहत लोन के लिए 21 से 55 साल तक के महिलाऐं अप्लाई कर सकते हैं।
  • लोन अमाउंट : CGSTSM स्किम के अंतर्गत इस योजना में पात्र आवेदकों को 1 करोड़ तक का कोलैटरल फ्री लोन प्रदान किया जाता है।
  • व्याज दर : त्रृण के भुगतान के लिए 10% से 13% का व्याज दर लगता है।
  • रीपेमेंट टेन्योर : त्रृण की भुगतान के लिए अधिकतम 7 साल का समय दिया जाता है।

BMB के इन लोन को अप्लाई करने की एलिजिबिलिटी

निम्न लिखित मानदंडों को पूरा करने वाले महिलाएं भारतीय महिला बैंक के द्वारा प्रदान किया जाने वाले इन लोन्स को अप्लाई करने के लिए सही पात्र होंगे

  • इंडिविजुअल महिलाएं जो खुद अपना बिज़नेस चला रहे हैं।
  • अगर बिज़नेस पार्टनरशिप के अंतर्गत है तो महिला आवेदक का उस बिज़नेस में 50 पप्रतिशत से ज्यादा का मालिकाना होना जरुरी है।
  • मालिक, सार्वजनिक और निजी कंपनियों के बोर्ड के सदस्य
  • सहकारी समितियों के सदस्य महिलाएं
  • स्व-रोजगार के मामले में कम से कम दो साल का अनुभव और दो साल की व्यवसाय में निरंतरता होना जरुरी है।
  • वेतनभोगी महिलाओं के मामले में 25,000 रुपये का न्यूनतम वेतन

आवश्यक दस्तावेज

यह लोन को अप्लाई करने के लिए डाक्यूमेंट्स के तौर पर अपना पहचान प्रमाण जैसे की आधार और पैन कार्ड, अड्रेस प्रमाण जैसे की रेसिडेंस सर्टिफिकेट, आय प्रमाण और अपने बिज़नेस से जुड़े हुए सारे दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी।

क्रेडिट स्कोर जितना अच्छा होगा लोन मिलने के आसार उतना है ज्यादा बढ़ जायेंगे।

बिज़नेस को सही से समझाने के लिए अच्छा प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाना जरुरी है जिन्हे आप किसी प्रोफेशनल CA के द्वारा भी बनवा सकते हैं।


आप के लिए कौन सा लोन बेहतर हो सकता है

आशा करते हैं की आप को सारे लोन में जानकारी उपयोगी लगी होगी और आपको आपका निर्णय लेने में आसानी होगी, मगर अपने लिए त्रृण योजना का चयन करने से पहले आप कुछ चीजों का ध्यान जरूर रख सकते हैं। जैसे की :

  • नजदीकी विश्वसनीय बैंक सखा से लोन लेने की कोसिस करें।
  • योजनाओं के फीचर समय समय पर बदल सकते हैं तो अप्लाई करने वाले योजना के वारे में पूरी जानकारी लें।
  • हो सके तो CGTMSE और क्रेडिट गारंटी स्कीम आदि सरकारी लोन कवरेज योजनाओं के अंतर्गत लोन लेने की कोसिस करें।
  • अगर लोन भुगतान से पहले उसका मोरेटोरियम पीरियड ज्यादा हो तो बेहतर है क्योंकी लोन राशि का उपयोग करके बिज़नेस से प्रॉफिट कमाने का वक्त मिल जाता है और त्रृण की भुगतान में आसानी होती है।
  • कुछ योजनाओं में महिलाओं को बिज़नेस लोन के साथ साथ ट्रेनिंग और बिज़नेस कंसल्टेंसी भी प्रदान की जाती है और इन योजनाओं का लाभ नए महिला उद्यमी उठा सकते हैं।
  • महिलाएं लोन के लिए अप्लाई करने से पहले अपनी प्रोडक्ट या सर्विसेज के ऑनलाइन और ऑफलाइन ब्रांडिंग कर सकते हैं ताकि त्रृण दाता को आपके बिज़नेस के ऊपर ज्यादा भरोसा हो।

निष्कर्ष

आज कल लोन के नाम पे लोगों के साथ बहुत सारे स्काम भी हो रहे हैं तो इसलिए चाहे आप लोन लें, इन्वेस्टमेंट करें या इन्सुरांस लें, जिन भी चीजों में आर्थिक जोखिम शामिल हैं उनसे जुड़े हुए सारे दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें। अगर आप पढ़ नहीं सकते तो किसी जानकार व्यक्ति का सहायता लें क्यूंकि हम नहीं चाहते की हमारे देश के महिलाओं को अपने वाणिज्यिक सफर कोई भी परेशानी हो। हम आपके बिज़नेस की सफलता की प्रार्थना करते हैं, धन्यवाद।

FAQ :

क्या महिलाओं को कोलैटरल फ्री बिज़नेस लोन मिल सकता है ?

हाँ बिलकुल, बहुत से सरकारी और प्राइवेट संस्थान तथा बैंकों के द्वारा योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को कोलैटरल फ्री बिज़नेस लोन मिल सकता है ?

क्या महिलाओं को बिज़नेस लोन में सब्सिडी मिल सकती है ?

हाँ, कुछ सरकारी योजनाएं जैसे की PMEGP स्कीम के अंतर्गत महिलाओं को बिज़नेस लोन में सब्सिडी प्रदान किया जाता है ?

क्या बिज़नेस लोन के लिए व्यापार का प्रोजेक्ट रिपोर्ट अनिवार्य होता है ?

हों, नए बिज़नेस के लिए लोन लेते वक्त बिज़नेस का प्रोजेक्ट रिपोर्ट और हुए पहले से चलित बिज़नेस के लिए व्यापार के सारे दस्तावेज अनिवार्य होते हैं।

महिलाओं को किन प्रकार के बिज़नेस के लिए लोन दिया जाता है ?

कानूनी दायरे के अंतर्गत मेनुफेक्चरिंग, सर्विस या ट्रेडिंग किसी भी प्रकार के बिज़नेस के लिए महिलाओं को लोन मिल सकता है।

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नमस्कार, मेरा नाम प्रकाश कुमार नायक है, में एक लेखक और वेबसाइट डेवलपर हूँ। फाइनेंस में मेरा पिछले 3 सालों का अनुभव है और मुझे नई चीजें शिखना और कंटेंट बनाना पसंद है। आशा करता हूँ हमारे आर्टिकल्स आपकी नॉलेज को ग्रो करने में सहायक होंगे। यहां आने के लिए धन्यवाद।

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