Investment कैसे करें ?INDIA में investment करने के 13 सबसे फायदेमंद तरीके।

Investment options

जिंदगी में पैसे कमाना जितना जरूरी है उससे भी ज्यादा जरूरी है उस पैसे का सही उपयोग करना और दिन ब दिन बढ़ते महंगाई में आपके पैसे को बढ़ाने के लिए जरूरी है उसको सही जगह निवेश करना।

विषय सूचि ➤

निवेश (investment) क्या होता है ?

दुनिया में हर व्यक्ति अपने और अपने परिवार के लिए मेहनत करके रोजगार करता है और उनमें से कुछ अपने भविष्य के जरूरत के लिए बचाता है। सिर्फ बैंक में पैसे रखने से पैसे का मूल्य घटता है क्यों की बैंक सर्वाधिक 3% तक ही ब्याज मिलता है जहां पर हर साल महंगाई 6% तक बढ़ रही है।

इसीलिए अपने पैसों से ज्यादा इंटरेस्ट कमाने के लिए और उनका सही उपयोग के लिए उन्हें अलग अलग जगहों पर निवेश करना चाहिए जहां पर उन पैसों से आप 15% से लेकर 150% तक ब्याज कमा सकते हैं और यही पूंजी निवेश प्रक्रिया को इन्वेस्टमेंट (investment) कहा जाता है।

भारत मैं investment करने के लाभदायक तरीके।

भारत (INDIA) में इन्वेस्टमेंट करने के लिए बहुत सारे विकल्प है उनमें से कुछ में रिस्क और रिटर्न (return) ज्यादा होते हैं और कुछ में रिस्क (risk) और रिटर्न (return) कम और आज हम सभी के बारे में जानने वाले हैं जहा से आप यह जान पाएंगे की आप के लिए कौन सा इन्वेस्टमेंट सही है।

भारत में इन्वेस्टमेंट करने के तरीके:

  1. Real estate
  2. Gold
  3. Stock market
  4. Mutual fund
  5. ETF (exchange traded fund)
  6. INDEX FUND
  7. PPF (public provident fund)
  8. NPS (National pension system)
  9. ELSS (equity linked saving scheme)
  10. Invoice discounting
  11. Crypto currency
  12. NFT (non fungible token)
  13. Metaverse land

1. रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट (Real -estate Investment) क्या होता है ?

अगर आप अपनी पूंजी से कोई जगह पर कोई जमीन या घर खरीद ते हैं तो समय के साथ साथ उस जगह या घर का कीमत बढ़ता है और उसको कुछ सालों के बाद बेचके या फिर किराए पर लगा के आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं और इसी निवेश को रियल एस्टेट (real estate) इन्वेस्टमेंट (investment) कहा जाता है।

रियल एस्टेट में निवेश करने से बहुत ज्यादा मुनाफा होने का संभावना है पर अगर आप गलत जगह जमीन खरीद ते हैं तो सालों साल उस जमीन का मूल्य एक प्रतिशत भी नहीं बढ़ेगा और आपको ज्यादा नुकसान होने का भी संभावना है।

रियल एस्टेट (real estate) में निवेश करने से आपको हर साल औसत 10% का रिटर्न मिलता है ।

रियल एस्टेट मैं निवेश करने से पहले निम्न लिखित चीजों का ध्यान ज़रूर रखें:

  • खरीद ने से पहले जगह या फिर घर का चुनाव सोच समझ के करें क्यों की प्रॉपर्टी जितनी अच्छी जगह पर होगा उसकी कीमत बाद में उतनी ही ज्यादा बढ़ेगा।
  • खरीद ने से पहले उस जगह या घर की मार्केट में मूल्य क्या है उसे जांच जरूर करें।
  • आज कल जमीन खरीदने और बेचने के मामलों में लोगों को बहुत ही ज्यादा ठगा जाता है तो उसका ध्यान जरूर रखें और जमीन के कागजातों को अच्छे से परखें।
  • अगर आप के पास जमीन खरीदने केे लिए अभी पूरे पैसे नही है तो आप लोन पर भी इसमें निवेश कर सकते है जहां पर आपको जमीन के मूल्य का 20% तक अग्रिम भुगतान (down payment) देना पड़ेगा।

REIT (Real Estate Investment Trust) क्या होता है ?

रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए बहुत ज्यादा धनराशि की आवश्यकता होती है पर अगर आपके पास उतना धन राशि नहीं है तब भी आप रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं ।

REIT (Real Estate Investment Trust) कंपनी लोगों से उनके पैसे लेके रियल एस्टेट में निवेश करते हैं और इसी तरह बस 500 रूपए भी रियल एस्टेट में निवेश किया जा सकता है।

आप अगर चाहे तो एक साथ या फिर हर महीने इसमें पैसे लगा सकते हैं और इसमें फायदा यह है की आपको कोई भी रिस्क लेने की जरूरत नहीं पड़ेगा और आप का सारा धनराशि अनुभवी निवेशकों के द्वारा ही निवेश किया जाएगा।

2. सोना (gold) में निवेश (investment) कैसे करें ?

पुराने ज़माने से पैसे निवेश करने के लिए सोना को एक अच्छा विकल्प माना जाता है और पिछले 20 सालों में सोना का भाव 900% बढ़ा है और हर साल सोना ने 17% का रिटर्न दिया है इसीलिए सोने में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। गोल्ड (gold) में निवेश करने से हर साल औसत 8–9% का रिटर्न मिलता है। गोल्ड में निवेश करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखें :

  • गोल्ड का मूल्य मार्किट में सिर्फ बढ़ता ही नहीं कभी कभी घटता भी है और यह मार्किट में कुछ चीजों के ऊपर निर्भर करता है जिसे आप निवेश करने से पहले जरूर ध्यान में रखें।
  • निवेश करने से पहले आपको सोने की अच्छी पहचान होना बहुत जरूरी है वरना आपको बेकार क्वालिटी के गोल्ड देकर लोग ठग सकते हैं।
  • अगर आपको सोने की अच्छी पहचान नहीं है तो सिर्फ अच्छी कंपनियों से ही गोल्ड खरीदें।
  • खरीदे हुए गोल्ड की सुरक्षा की जिम्मेदारी आपकी खुदकी होगी।
  • गोल्ड को बिना खरीदे भी डिजिटल गोल्ड (digital gold), gold ETF, gold mutual funds आदि में निवेश कर के आप असली गोल्ड के बराबर रिटर्न कमा सकते हैं।
  • अगर आपको असली गोल्ड मैं निवेश नहीं करना फिर भी आप gold mutual fund,gold ETF,gold bonds ओर gold ERF आदी मैं निवेश कर सकते हैं।

गोल्ड इन्वेस्टमेंट के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए

3. शेयर मार्केट (STOCK MARKET) क्या होता है और उसमें निवेश कैसे करें ?

भले ही आप शेयर मार्केट में निवेश करते हो या न करते हो आपने इस के बारे में सुना जरूर होगा।

कंपनियों को अपनी कंपनी अच्छे से चलाने के लिए जब बहुत सारे पैसों की जरूरत पड़ती है तब वो अपनी कंपनी के शेयर को भाग भाग करके शेयर मार्केट (stock market) में डाल देते हैं जहां पर कोई भी वो शेयर को खरीद या बेच सकता है और जैसे जैसे उस कंपनी का मार्केट में प्रदर्शन रहेगा उसी हिसाब से कंपनी का शेयर का प्राइस बढ़ता और घटता है।

शेयर मार्केट में निवेश करने से सालाना 10% से 30% या फिर इससे भी ज्यादा रिटर्न मिल सकता है।

भारत में कंपनियों के शेयर या स्टॉक (stock) को खरीदने के लिए दो तरह के stock exchange हैं।

  1. NSE (National Stock Exchange)
  2. BSE (Bombay Stock Exchange)
stock exchangeno of company listedIndices
NSE1600Nifty
BSE5000Sensex
India’s stock exchange platform

शेयर मार्केट (stock market) में निवेश करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखें।

  • जहां पर रिटर्न ज्यादा होता है वहां रिस्क भी उतना ही ज्यादा होता है।
  • अगर आप सही जानकारी के बिना सिर्फ किसी से सुनके कही पर भी पैसे निवेश करते हैं तो यह खतरनाक भी हो सकता है पैसे डूबने के भी आसार हो सकते हैं।
  • हर वक्त शेयर मार्केट में पैसे निवेश करने से पहले मार्केट को समझें जिन कंपनियों के आप शेयर खरीद रहे हैं उनके बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल करें।
  • कभी अपने पूरे पूंजी को सिर्फ शेयर मार्केट में ना लगाएं।

स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए :

4. म्यूचुअल फंड (Mutual fund) क्या होता है और इसमें निवेश कैसे करें ?

जैसे की हमने बताया कि अगर अपने पूंजी के ऊपर अच्छा रिटर्न पाना है तो शेयर मार्केट निवेश के लिए एक अच्छी जगह है पर शेयर मार्केट (stock market) में निवेश करने के लिए उसके बारे में बहुत सी चीजें जानना जरूरी है और सही जानकारी के बिना पैसे लगाना गलत साबित हो सकता है ।

शेयर मार्केट वैसे भी सुबह 9 बजे खुलता है और दोपहर 3.30 बजे बंद हो जाता है तो बहुत से लोगों को समय भी नही मिल पाता मार्केट के बारे में ज्यादा जानने के लिए तो उनके लिए म्यूचुअल फंड सही है।

म्यूचुअल फंड में आप अपने पैसे किसी म्यूचुअल फंड कंपनी को देते हैं जहां पर अनुभवी निवेशक बैठे होते हैं जो आपकी पैसे को सही जगह निवेश करके आप को अच्छी रिटर्न दे सकते हैं जिसमें आप के लिये रिस्क कम हो जाता है।

म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की नहीं बल्कि म्यूचुअल फंड अकाउंट की जरूरत पड़ती है जिसे आप कोई भी म्यूचुअल फंड एप में खोल सकते हैं ।

म्यूचुअल फंड में खरीदने और बेचने के लिए NAV (Net asset value) यूनिट का इस्तेमाल किया जाता है और एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) या फंड साइज मौजूदा बाजार में म्यूचुअल फंड द्वारा रखी गई पूंजी का समग्र मूल्य है.

एक अच्छे म्यूचुअल फंड में निवेश करने से आपको सालाना औसत 15% से लेकर 30% तक रिटर्न मिल सकता है।

म्यूचुअल फंड (Mutual funds) के प्रकार:
  1. Equity mutual funds
  2. Debt mutual funds/liquid mutual funds
  3. Hybrid mutual funds
  4. Solution oriented mutual funds
  5. other mutual funds like index

म्यूचुअल फंड (mutual funds) में निवेश करने से पहले इन चीजों का ध्यान जरूर रखें।

  • अलग अलग म्यूचुअल फंड में ज्योखिम भी कम ज्यादा होते हैं ।
  • कौन सी म्यूचुअल फंड में कितना ज्योखीम है यह जानने के लिए वहां एक risko meter होता है उसे जरूर जांच करें।
  • निवेश करने से पहले म्यूचुअल फंड का E.R.(Expense Ratio) जरूर जांच करें जितना कम E.R. होगा उतना अच्छा होता है।
  • म्यूचुअल फंड का हर साल का रिटर्न जरूर जांच करें।
  • म्यूचुअल फंड में कभी भी पूंजी को एक साथ निवेश मत करें बल्कि हर महीने अपने कमाई का एक हिस्सा निवेश करने की कोशिश करें।

5. ETF(exchange traded fund) क्या होता है और इसमें निवेश कैसे करें ?

जैसे की हमने पहले बताया की अगर आपको स्टॉक मार्केट में ज्यादा रिस्क नहीं लेना तो आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, ETF(exchange traded fund) भी बिलकुल म्यूचुअल फंड के तरह ही है बस कुछ चीजें अलग होती हैं जैसे की:

  • ईटीएफ (ETF) को शेयर मार्केट (stock market) के अंदर खरीदा या बेचा जाता है।
  • अलग अलग ईटीएफ (ETF) में पैसे सिर्फ विशेष विशेष जगहों पर ही लगाया जाता है।उदाहरण–गोल्ड, nifty, sensex आदि।
  • म्यूचुअल फंड के मुकाबले ईटीएफ (ETF) में E.R.(Expense ratio) थोड़ा कम होता है जो की अच्छा है।
  • ईटीएफ को आप अपने डीमैट अकाउंट (Demat account) में खरीद सकते हैं और इसे एक स्टॉक (stock) की तरह बढ़ते और घटते हुए देख सकते हैं।
  • म्यूचुअल फंड के मुकाबले ईटीएफ मैं जोखिम थोड़ा कम होता है क्यों की आपको पता होता है की आपके पैसे कहां लग रहे हैं।
  • ईटीएफ (ETF) से सालाना औसत 12% से 32% तक का रिटर्न मिल सकता है ।

म्यूचुअल फंड के तरह ही ईटीएफ में एक यूनिट को NAV (Net asset value) और इसकी टोटल फंड साइज को AUM (Asset under management) कहा जाता है ।

ईटीएफ (ETF) के प्रकार।

  1. सेक्टोरल ईटीएफ (sectoral etfs)
  2. बैंक ईटीएफ (bank etfs)
  3. कमोडिटी ईटीएफ (commodity etfs)
  4. बॉन्ड ईटीएफ (bond etfs)

6. INDEX FUND क्या होता है ?

म्यूचुअल फंड के एप में आपको इंडेक्स फंड भी देखने के लिए मिलेगा जो की बिलकुल ईटीएफ की तरह होता है जहां पर आप कोई भी इंडेक्स के फंड में निवेश कर सकते हैं ।

इंडेक्स फंड कोई भी एक इंडेक्स को ही फॉलो करता है और यहां पर सारा कुछ AI इंटेलिजेंस के द्वारा ऑटोमैटिक होता है इसीलिए यहां पर बहुत ही कम expense ratio होता है और बहुत बार इंडेक्स फंड्स को म्यूचुअल फंड्स से ज्यादा रिटर्न देते हुए देखा गया है ।

इंडेक्स फंड में आप म्यूचुअल फंड की तरह SIP भी कर सकते हैं इसीलिए निवेशकों के लिए ये भी एक बहुत अच्छा विकल होता है ।

7. PPF (public provident fund) क्या होता है और इसमें निवेश कैसे करें ?

अगर आप अपने अपने पैसों के ऊपर बिलकुल भी रिस्क नहीं लेना चाहते हैं और थोड़ा कम ब्याज भी आपको चलेगा तो आपके लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सही विकल्प हो सकता है।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सरकारी स्कीम है जिसे आप सिर्फ 100 रूपये में खोल सकते हैं जिसमें आप सालाना कम से कम 500 रूपये से लेकर ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख तक निवेश कर सकते हैं।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पैसे सेविंग करने का, पैसे निवेश करने का और टैक्स बचाने का कुछ सबसे सुरक्षित तरीकों मैं से एक है जिससे सालाना 7.5 प्रतिशत तक का ब्याज भी मिल जाता है।

पीपीएफ (PPF) में निवेश करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखें।

  • पीपीएफ आप 100 रूपये से भी शुरू कर सकते हैं और सालाना मिनिमम 500 और मैक्सिमम 1.5 लाख तक जमा कर सकते हैं।
  • पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में 15 साल का लॉक इन पीरियड होता है मतलब 15 साल से पहले आप इसमें से पैसे नही निकाल सकते।
  • 15 साल के बाद अगर आप चाहें तो पूरे पैसे निकाल सकते हैं और उसके ऊपर कोई टैक्स भी नही लगता पूरे पैसे बिना टैक्स कटे आपको मिलेंगे।
  • 15 साल के बाद अगर आप चाहें तो 5 साल तक अवधि को बढ़ा कर किसी भी समय तक पैसे रख सकते हैं।
  • अगर आप चाहें तो अपने पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) के ऊपर लोन भी ले सकते हैं।

8. NPS (national pension scheme) क्या होता है ?

लोग अपने परिवार को चलाने केे लिए बहुत मेहनत करते हैं और अपने बुढ़ापे में भी लोगों को पैसों की जरूरत पड़ती है और बुढ़ापे में मरने तक अगर पेंशन का सहारा हो तो जिंदगी अच्छे से गुजर जाती है।

कुछ लोगों को यह लगता है की पेंशन सिर्फ सरकारी नौकरियों के लिए ही मिलता है जोकि बिलकुल गलत है।

आप कहीं पर भी नौकरी करते हों या फिर कितना भी कम सैलरी पाते हों आप अपने लिए पेंशन की व्यवस्था कर सकते हैं।

अपने सैलरी का एक छोटा सा हिस्सा NPS (national pension scheme) में डाल कर आप अपने लिए पेंशन की व्यवस्था कर सकते हैं।

9. ELSS (equity linked saving scheme) क्या होता है और इसमें निवेश कैसे करें ?

अगर आप टैक्स बचाने के साथ साथ अपने पूंजी पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न कमाना चाहते हैं तो इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) आप के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है।

एक म्यूचुअल फंड की तरह ही इसमें पैसे डाले जाते हैं जहां अनुभवी फंड मैनेजर होते हैं जो आप की पैसों को सही जगह निवेश करते हैं।

इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में ज्यादातर पैसे स्टॉक मार्केट में निवेश होता है इसीलिए दीर्घावधि(long term) में 13% से लेकर 14% तक का रिटर्न मिल जाता है।

इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) में निवेश करने के फायदे:

  • ELSS में आपके पूंजी को अनुभवी निवेशक निवेश करते हैं इसीलिए आपके पैसे डूबने का खतरा नहीं होता है और ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिलता है।
  • बाकी सब स्कीम की तुलना में ELSS में सबसे कम सिर्फ 3साल का लॉक इन पीरियड होता है मतलब 3 साल के बाद आप अपने पैसे को कभि भी निकाल सकते हैं।
  • ELSS सेक्शन 80c के अंदर आता है जिसकी वजह से सालाना 1.5 लाख तक निवेश के ऊपर कोई भी इनकम टैक्स नही लगता है।

10. इनवॉइस डिस्काउंटिंग (invoice discounting) क्या होता है और इसमें निवेश कैसे करें ?

इनवॉइस डिस्काउंटिंग पूंजी निवेश करने का थोड़ा अलग तरीका है जहां पैसे छोटे छोटे फैक्ट्रियों को दिए जाते हैं और यहां कम समय में बहुत अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

जब छोटे फैक्ट्रियों में बड़े ऑर्डर आते हैं तब उन्हे उस ऑर्डर को पूरा करने के लिए बहुत पैसों की आवश्यकता पड़ती है।

अगर यह पैसा आप उन्हे देते हैं तो उसके बदले आपको एक इनवॉइस मिलता है जिससे उनकी लाभ का कुछ हिस्सा आपको मिलता है।

11. क्रिप्टो करेंसी (CRYPTO CURRENCY) क्या है और इसमें निवेश कैसे करें ?

क्रिप्टो करेंसी के बारे में आप ने कभी न कभी जरूर सुना होगा क्यों की दिन प्रति दिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है।

क्रिप्टो करेंसी मतलब कोई असली का नोट या कॉइन नहीं है बल्कि यह एक डिजिटल कॉइन है जिसे कंप्यूटर में बहुत ज्यादा कोडिंग करके बनाया जाता है।

उदाहरण-बिटकॉइन (BITCOIN), इथिरियम (ETHEREUM) आदि।

2008 में सतोशी नाकामोटो(SATOSHI NAKAMOTO) ने दुनिया की पहली क्रिप्रो करेंसी बिटकॉइन को बनाया था।इसमें ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है जिसकी वजह से यह बिलकुल भी हैक नहीं किया जा सकता है।

2008 में एक बिटकॉइन का दाम 0 रूपए था और आज एक बिटकॉइन का दाम करीब 50 लाख है और एक इथीरियम का दाम करीब 3 लाख है।

मार्केट में बहुत तरह के क्रिप्टो करेंसी है और पूरी जानकारी के बाद ही किसी क्रिप्टो में निवेश करना चाहिए क्यों की क्रिप्टो में नुकसान होने का भी बहुत संभावना होता है और 2022 के नए बिल के आधार पर भारत में आपको क्रिप्टो करेंसी से मिले हर प्रॉफिट पर 30% का टैक्स भी देना पड़ेगा।

क्रिप्टो में निवेश करने के लिए आपको बहुत सारे ब्रोकर एप (forex broker apps) मिल जाएंगी जिनमे आप कोई भी क्रिप्टी करेंसी खरीद या बेच सकते हैं।

12. NFT (NON FUNGIBLE TOKEN) क्या है और इसमें निवेश कैसे करें ?

आप ने बहुत सारे चित्र (paintings) को बहुत ज्यादा दामों में बिकते हुए देखा होगा उसी तरह डिजिटल में भी चित्र बनाए और एनएफटी बनाकर बेचे जा रहे हैं।

एनएफटी (NFT) बनाना मतलब कोई भी चित्र,वीडियो या फोटो को ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ना और एक टोकन बनाना जोकि एक लाइसेंस की तरह होगा।

दिन प्रतिदिन उन एनएफटी का दाम बढ़ या घट सकता है और एनएफटी में निवेश करके लोग लाखों रुपए कमा भी रहे हैं।

2022 के बिल के मुताबिक एनएफटीी (NFT) में से भी हुए प्रॉफिट पर लोगों को 30% का कैपिटल गेन टैक्स देना पड़ेगा।

13. METAVERSE LAND (डिजिटल प्रॉपर्टी) क्या है और इसमें निवेश कैसे करें ?

लैंड या प्रॉपर्टी खरीदने के बारे में तो आप जानते हैं पर ये मेटावर्स लैंड क्या है?

फेसबुक ने अपना नाम बदल कर मेटा (META) रख दिया है क्यों की आने वाले वक्त में हर चीज एक डिजिटल दुनिया में संभव हो पाएगा जहां पर हर काम वर्चुअल वर्ल्ड में होगा।

जिसे गेम में जगह बनाई जाते हैं उसी तरह ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके अलग अलग कंपनियों द्वारा डिजिटल लैंड बनाई जा रही है जिन्हे आप खरीद या बेच सकते हैं या फिर उसमें गेम भी बना सकते हैं मीटिंग और बहुत कुछ कर सकते हैं।

SAMSUNG और H&M जैसे कंपनी मेटावर्स में अपना डिजिटल स्टोर बना भी चुके हैं जिन्हें आप वर्चुअल वर्ल्ड में देख सकते हैं और वहां से चीजें खरीद भी सकते हैं।

निष्कर्ष

पूंजी निवेश का एक मूल सिद्धांत है की निवेश में जितना ज्यादा रिस्क होगा रिटर्न के आसार भी उतना ही ज्यादा होगा इसीलिए आप हर तरीके की निवेश को समझें अगर आप की उम्र ज्यादा है तो ज्यादा रिस्क वाले निवेश ना करें ।

क्रिप्टो, एनएफटी और मेटावर्स जैसी टेक्नोलॉजी मार्केट में नई हैं तो इनको पूरी तरह समझें अगर नही समझ पा रहे हैं तो निवेश ना करें।

तो अंत में निष्कर्ष यही है की आपके परिश्रम से कमाया हुआ पूंजी को आप जहां कहीं भी निवेश करते हैं उसके बारे में खुद जांच करें और हर चीज की एनालिसिस को खुद सीखने और करने की कोशिश करें।

सामान्य प्रश्न (FAQ) :

क्या FD में पैसे रखना सही है ?

नहीं, क्योंकि बैंक FD में सालाना सिर्फ 5% से 6% तक का ही रिटर्न मिलता है और हर साल महंगाई भी 6% के स्तर से बढ़ रहा है इसीलिए बैंक फिक्स डिपोजिट (FD) में पैसे रखने से कोई फायदा नहीं होता है ।

कहां पर हमारा सारा पूंजी निवेश करें ?

किसी भी एक जगह पर अपना सारा पूंजी निवेश करना एक सही निस्पत्ति नहीं है क्योंकि मार्केट में क्या कब होगा कोई नहीं कह सकता है इसीलिए अपने पूंजी को अलग अलग जगहों पर पूरा एनालिसिस कर के निवेश करना चाहिए ।

Crypto ओर Stocks में बेहतर क्या है ?

सालों से लोग स्टॉक मार्केट में निवेश करते आ रहे हैं मगर क्रिप्टो करेंसी और ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी बस कुछ ही सालों पहले आया है मगर crypto से भी बहुत से लोग करोड़पति बने हैं इसीलिए स्टॉक मार्केट भी अच्छा है और अगर आपको ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी समझ में आता है और क्रिप्टो करेंसी के ऊपर आपको विश्वास है तो वो भी एक अच्छा विकल्प है ।

कब कहां पर निवेश करना है कैसे पता चलेगा ?

अगर आपको ये पता हो की देश में मार्केट की स्थिति क्या है तो आप का पूंजी बहुत ज्यादा बढ़ सकता है और नुकसान भी कम हो सकता है इसीलिए हर दिन न्यूज देखना और आर्टिकल्स पढ़ना जरूरी है ।

महीने के कमाई का कितना प्रतिसत निवेश करना चाहिए ?

महीने के सारे खर्चों के बावजूद हर एक इंसान को अपनी कमाई का कम से कम 20% हिस्सा हर महीने म्यूचुअल फंड और स्टॉक मार्केट आदि में निवेश करना चाहिए ।

Rate this post
Investment कैसे करें ?INDIA में investment करने के 13 सबसे फायदेमंद तरीके।
TREE LEARN INVESTMENT

इन्वेस्टमेंट कैसे करें ? जानिए भारत में इन्वेस्टमेंट करने के सबसे फायदेमंद तरीके और अपनी पूंजी को सही से ग्रो करें।

Course Provider: Person

Course Provider Name: Prakash Kumar Nayak

Course Provider URL: https://investmentpro.in/about-us/

Editor's Rating:
4.99
अच्छा लगा तो शेयर करें :

नमस्कार, मेरा नाम प्रकाश कुमार नायक है, में एक लेखक और वेबसाइट डेवलपर हूँ। फाइनेंस में मेरा पिछले 3 सालों का अनुभव है और मुझे नई चीजें शिखना और कंटेंट बनाना पसंद है। आशा करता हूँ हमारे आर्टिकल्स आपकी नॉलेज को ग्रो करने में सहायक होंगे। यहां आने के लिए धन्यवाद।

1 thought on “Investment कैसे करें ?INDIA में investment करने के 13 सबसे फायदेमंद तरीके।”

Leave a Comment