India’s semiconductor mission: सरकार ने किया 76,000 करोड़ का खर्चा: यह 2 सेमीकंडक्टर कंपनी देंगी multibagger रिटर्न।

images 1 1 LEARN INVESTMENT

दुनिया मैं बढ़ते हुए टेक्नोलॉजी के कारण इसमें विपुल मात्रा में उपयोग होने वाला सेमीकंडक्टर की कमी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। भारत मैं अभितक कोई भी कंपनी अच्छी मात्रा मैं सेमीकंडक्टर नही बनती है इसीलिए भारत मैं सेमीकंडक्टर की उत्पादन को बढ़ाने केलिए भारत सरकार ने 76,000 करोड़ का पूंजी निवेश किया है।

सेमीकंडक्टर(semiconductor) कया होता है।

अगर आपको ये नहीं पता की सेमीकंडक्टर क्या होती है तो मैं आपको बता दूं की पदार्थ 3 प्रकार के होते हैं।

  • Conductor(कंडक्टर)- इन धातुओं में बिजली प्रवाह हो सकती है जैसेकी लोहा,तांबा आदि।
  • Non-conductor-इन में बिजली की प्रवाह नही हो सकता जैसे की प्लास्टिक,लकड़ी आदि।
  • Semiconductor-इन पदार्थों में कंडक्टर और नॉन कंडक्टर दोनों के गुण होते हैं।उदाहरण–silicon,germanioum आदि।

आपके फोन से लेकर रॉकेट तक हर टेक्नोलॉजी में सेमीकंडक्टर बहत ज्यादा उपयोग होता है। इसलिए भविष्य में सेमीकंडक्टर का मांग सबसे यादा होगा और सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनी सबसे ज्यादा लाभवान होंगे।

India’s semiconductor mission: भारत का सेमीकंडक्टर मिशन।

सेमीकंडक्टर से मुख्य रूप से micro chipset और mother board बनाया ज्याता है मगर भारत में इसकी कोई भी उत्पादन ना होने के कारण यह सारे सेमीकंडक्टर अलग अलग देशों जैसे की चाइना,थाईलैंड और वियतनाम आदि से आयात(import) की जाती है।

जैसे की हम सबको पता है की कोरोना महामारी में हर चीज का उत्पादन रुक गया और पूरे विश्व में सेमीकंडक्टर का कमी हो गया और इसका import भी नहीं हो पाया।

इसी कारणों की वजह से “भारत का सेमीकंडक्टर मिशन” (India’s semiconductor misson) का आरंभ हुआ।

इसमें भारत सरकार ने 76,000 करोड़ की पूंजी निवेश किया है जिसके तहत सेमीकंडक्टर कंपनियों को 25% तक subsidy मिलेगा और कंपनियों को फैक्ट्री बनाने केलिए जमीन,पानी और बिजली का पूरा सुविधा मिलेगाा।

भारत मैं सेमीकंडक्टर(semiconductor) बनाने वाले कंपनी।

सेमीकंडक्टर बनाने केलिए बहत ज्यादा निवेश की आवश्यकता होती है क्यों इसके लिए बहत बड़ी जमीन,पानी का अच्छा स्रोत और अच्छी बिजली भी चाहिए।

हर कोई छोटी कंपनी केलिए आवश्यक मात्रा में सेमीकंडक्टर बनाना कोई छोटी बात नही है मगर मार्केट में कुछ ऐसे कंपनी हैं जो खुदको सेमीकंडक्टर कंपनी बताते हैं और इन कंपनियों के बारे में पूरा सच जाने बिना आपको इनमें निवेश नहीं करना चाहिए।

यह कुछ ऐसी कंपनी जो सेमीकंडक्टर बनाते हैं और कुछ आगे बनाने वाले हैं।

1.SPEL Semiconductor Ltd.

SPEL कंपनी को 1988 में बनाया गया था। यह कंपनी इकलौती कंपनी है जोकि अभी भारत में सेमीकंडक्टर बना रही है।

कंपनी का विश्लेषण:
  1. यह एक स्मॉलकैप (smallcap) कंपनी है जिसका मार्केट कैप सिर्फ 202 करोड़ है।
  2. पिछले एक साल में कंपनी ने 200% का रिटर्न दिया है।
  3. कंपनी का हेड ऑफिस चेन्नई में स्थित है।
F.S.20202021
revenue44.91cr37.85cr
net income1.06cr-8.63cr
EPS0.23cr-1.87cr
total assets181.74cr166.42cr
Liabilities102.71cr94.38cr
cash flow-6.73 cr-2.38 cr
Financial statement of spel semiconductors ltd.

कंपनी का pe.ratio अभी –ve है जो की कंपनी का अच्छी स्थिति नहीं दर्शाती है मगर सेमीकंडक्टर के मार्केट और इसकी डिमांड को देखते हुए आप इसमें निवेश कर सकते हैं। कंपनी का आगे ग्रो होने के अच्छे आसार है।

Tata group सेमीकंडक्टर चिप(semiconductor chip) उत्पादन केलिए निवेश करेगा 300M डोलर।

पूरे दुनिया में सेमीकंडक्टर चिप की कमी की वजह से tata group ने सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षेत्र में 300M dollars निवेश करने बारे में बोल चुके हैं जोकि अगले २-३ सालों के अंदर कार्यकारी हो जायेगा।

सेमीकंडक्टर उद्योग केलिए तेलंगाना,तमिलनाडु,कर्नाटक जैसी जगह सही माना जा रहा जा रहा है क्यों की वहा पर पानी का अच्छा स्रोत और ट्रांसफोर्ट की अच्छी सुविधा है।

मगर टाटा ग्रुप के उद्योग में सेमी कंडक्टर बनाया नही जायेगा बल्कि semiconductor wafers को बाहर से मंगाया जायेगा और यहां पर सिर्फ सेमीकंडक्टर से चिप(chip) बनाया जायेगा। दुनिया का 58% सेमीकंडक्टर बनाने वाला कंपनी TSMC से TATA group को semiconductor wafer supply होगा।

मगर दुख की बात ये है की कंपनी को फिर भी उत्पादन केलिए दूसरे कंपनियों के ऊपर निर्भर रहना पड़ेगा और जहा TSMC के सेमीकंडक्टर के ऊपर दुनिया के बहत सारे कंपनी निर्भर करती है और कोराेना की वजह से डिमांड और भी बढ़ गया है और उस मात्रा में उत्पादन नहीं हो पा रहा है वहा पर TATA GROUP के इस उद्योग को बढ़ने में जरूर मुश्किलें होंगी।

TATA ELXSI :

TATA Group की ही एक sub company TATA ELXSI ही सेमीकंडक्टर के इस उद्योद को आरंभ करने वाला है टाटा ग्रुप ने ये कहा है की ane वाले 2 सालों के अंदर इस उद्योग की स्थापना हो जायेगा।

TATA ELXSI का विश्लेषण
  1. TATA GROUP का एक सहायक कंपनी है।
  2. यह कंपनी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बना ta है।
  3. यह एक मिड कैप (midcap) कंपनी है जिसका मार्केट कैप अभी 36,703 करोड़ है
  4. एक साल(2021–2022) मैं कंपनी ने 217% का रिटर्न दिया है।

आसा करते हैं की सेमीकंडक्टर उद्योग के बाद यह कंपनी और भी ज्यादा ग्रो होगा और निवेशकों केलिए और भी ज्यादा लावदयक साबित होगा।

Rate this post
अच्छा लगा तो शेयर करें :

नमस्कार, मेरा नाम प्रकाश कुमार नायक है, में एक लेखक और वेबसाइट डेवलपर हूँ। फाइनेंस में मेरा पिछले 3 सालों का अनुभव है और मुझे नई चीजें शिखना और कंटेंट बनाना पसंद है। आशा करता हूँ हमारे आर्टिकल्स आपकी नॉलेज को ग्रो करने में सहायक होंगे। यहां आने के लिए धन्यवाद।