
क्रिप्टो करेंसी के आने के बाद सभी देशों के सरकारों ने ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी(block chain technology) का महत्व समझ चुके हैं क्यों की इसे हैक नहीं किया जा सकता है और आने वाले भविष्य इस टेक्नोलॉजी का व्यवहार सबसे ज्यादा होगा।
इसी टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाते हुए मोदी जी ने 29 दिसंबर को कानपुर ITI में हुए सम्मेलन में ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी से बना हुआ डिजिटल डिग्री का सुभारंभ किया है।
मोदी जी का यह घोसना दरसा ता है की भारतीय सरकार भी ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी को अपना चुकी है और आने वाले समये में हर डिग्री और सर्टिफिकेट डिजिटल ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी के द्वारा ही प्रदान किया जाएगा।
ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी के फायदे।
1.सुरक्षा ज्यादा
2.खर्चा कम
3.डुप्लीकेट(duplicate) का दर खत्म।
4.आसान संचार
ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी को हैक नहीं क्या जा सकता है इसी लिए डिजिटल डिग्री होने के बावजूद यह सुरक्षित है।
डिजिटल डिग्री दुनिया में कहीं भी सत्यापित(verify) हो सक्ता है और कहीं से भी मोबाइल या कंप्यूटर का व्यवहार करके इसे निकाला जा सकता है इसीलिए इसका गुम होनेका या चोरी होने का दर भी नहीं है।
ब्लॉक चैन डिजिटल डिग्री को बनाने केलिए बोहत ही कम खर्चा आता है और सारे तथ्यों को आसानी से संचार भी किया जा सकता है।
डिजिटल डिग्री होने बाद डुप्लीकेट सर्टिफिकेट का दुनिया से नामो निशान मिट जायेगा।
Crypto currency के उपर इसका प्रभाव।
जैसे की हम जानते है की क्रिप्यो करेंसी ऊपर अभितक भारत सरकार का कोई नियम नहीं आया है मगर इस घोसणा के बाद ये साफ पता चाटा है सरकार ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी को अपना चुकी है और क्योंकि क्रिप्टो करेंसी भी इसी टेक्नोलॉजी से ही बनी है तो सायद आगे जाकर आपको क्रिप्टो बिल के बारे में कुछ अच्छा ही सुनने केलिए मिल सकता है।
तो सारे क्रिप्टो निवेशक हमे बताएं की आपका इस के बारे में क्या खयाल है ?